इजराइल की टैंकरोधी मिसाइलों से पाकिस्तान पर होगा सटीक प्रहार, आतंकियों के लांचिंग पैड और ट्रेनिंग कैंप होंगे तबाह
जम्मू कश्मीर में सीमा पार से गोलीबारी करने वाले दुश्मन को अब एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें (एटीजीएम) बंकर भेद कर मारेंगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू कश्मीर में सीमा पार से गोलीबारी करने वाले दुश्मन को अब एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें (एटीजीएम) बंकर भेद कर मारेंगी। सेना की मारक क्षमता बढ़ाने की मुहिम के तहत नियंत्रण रेखा के कई हिस्सों में इजरायली स्पाइक टैंकरोधी मिसाइलों को तैनात करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ये मिसाइलें चार किलोमीटर तक दुश्मन के बंकर, शेल्टर, आतंकियों के लांचिंग पैड व ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर सकती हैं।
टैंकरोधी मिसाइलों के सटीक प्रहार
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, राजौरी सेक्टर के पार पाकिस्तान की खुईरत्ता सेक्टर में इस टैंकरोधी मिसाइलों के सटीक प्रहार से गत दिनों गोलाबारी कर रहे तीन पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई थी। जम्मू-कश्मीर में इन मिसाइलों की तैनाती की प्रक्रिया अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में शुरू हुई थी।
स्पाइक एटीजीएम इजराइल की रफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम ने तैयार की है। भारत में रफेल के साथ मिलकर कल्याणी ग्रुप ने 70 करोड़ की लागत से एटीजीएम तैयार करने के बुनियादी ढांचा स्थापित किया है। ऐसे में 51 फीसद निवेश के साथ कल्याण ग्रुप डिफेंस में निवेश करने वाला निजी क्षेत्र का पहला ग्रुप है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए कारगर हथियार
जम्मू-कश्मीर व लद्दाख जैसे इलाकों के लिए स्पाइक एटीजीएम एक कारगर हथियार है। इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। ऐसे में यह सिस्टम मैदानी इलाकों के साथ पहाड़ी इलाकों में भी कारगर साबित होगा। एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें इतनी सटीक है कि निशाना साधकर दागे जाने पर यह लक्ष्य से चूकती नहीं है।
इजराइल से खरीदी हैं मिसाइलें
भारतीय सेना ने इजराइल से 240 स्पाइक मिसाइलें खरीदी हैं। टैंक किलर्स के नाम से मशहूर इन मिसाइलों को पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा पर तैनात कर इनका इस्तेमाल बंकर-बस्टर मोड में भी किया जाएगा। इस मोड में यह मिसाइल बंकर को भेद कर अंदर नुकसान करती है। लगभग एक माह पहले भी सेना ने कश्मीर में नियंत्रण रेखा के उस पार आतंकी शिविरों और लांचिंग पैड को निशाना बनाया था, जिसमें आतंकियों के साथ दुश्मन के कुछ सैनिक भी मारे गए थे।
पाक की बख्तर शेख और टीओडब्ल्यू को भारत का जवाब
इजरायली स्पाइक टैंक रोधी मिसाइलें तैनात कर भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को टक्कर दी है। पाकिस्तानी सेना के पास चीन में बनी पोर्टेबल एंटी टैंक मिसाइल है। उसने इसे 'बख्तर शेख' नाम दे रखा है। इसके अलावा पाकिस्तान के पास अमेरिका में बनी टीओडब्ल्यू मिसाइल भी है। इनका सामना करने के लिए भारतीय सेना लंबे समय से बेहतर एंटी टैंक मिसाइल की जरूरत महसूस कर रही थी।