Pulwama Terror Attack: एनआइए को सौंपी जाएगी सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले की जांच
एनआइए का काम हमले की साजिश में शामिल सभी आतंकियों के खिलाफ सबूत जुटाने के साथ-साथ खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की चूक को भी सामने लाने का होगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सीआरपीएफ पर घाटी में हुए सबसे बड़े हमले की जांच एनआइए को सौंपी जाएगी। एनआइए को इसके लिए तैयार करने के लिए कह दिया गया है और जल्द ही जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल की सहमति लेकर इसकी औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी।
एनआइए का काम हमले की साजिश में शामिल सभी आतंकियों के खिलाफ सबूत जुटाने के साथ-साथ खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की चूक को भी सामने लाने का होगा। वैसे घटना की जानकारी मिलते ही एनआइए के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इतने बड़े आतंकी हमले की तैयारी लंबे समय से चल रही होगी और आत्मघाती आतंकी के लिए गाड़ी और इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक उपलब्ध कराने में बहुत सारे लोग शामिल होंगे। इसके साथ ही लंबे समय से इस रास्ते से सुरक्षा बलों की आवाजाही पर नजर भी रखी जा रही होगी। इस आतंकी हमले में शामिल सभी आतंकियों और उसके समर्थकों का पता लगाकर उन्हें सजा देना जरूरी है।
एनआइए की 12 सदस्यीय टीम घटनास्थल के लिए रवाना
गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार एनआइए की 12 सदस्यीय टीम शुक्रवार को घटनास्थल पर पहुंच कर काम शुरू कर देगी और एक-दो दिन में औपचारिक रूप से जांच की कमान भी सौंप दी जाएगी।
उरी हमले की भी जांच एनआइए ने की थी
ध्यान देने की बात है कि उरी हमले की जांच भी एनआइए को सौंपी गई थी और एनआइए ने बताया था कि हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद नहीं, बल्कि लश्करे तैयबा के आतंकी थे। गौरतलब है कि एनआइए का गठन मुंबई हमले के बाद विशेष रूप से आतंकी हमले की जांच के लिए किया गया था।