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International Yoga Day: मिस्र के पिरामिड से पेरिस में एफिल टॉवर तक योग ही योग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस के मौके पर कहा कि योग व्यक्ति-परिवार-समाज-देश-विश्व और सम्पूर्ण मानवता को जोड़ता है।

By Tilak RajEdited By: Published: Thu, 21 Jun 2018 11:13 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jun 2018 02:06 PM (IST)
International Yoga Day: मिस्र के पिरामिड से पेरिस में एफिल टॉवर तक योग ही योग
International Yoga Day: मिस्र के पिरामिड से पेरिस में एफिल टॉवर तक योग ही योग

नई दिल्‍ली, जेएनएन। आज अतंरराष्‍ट्रीय योग दिवस है। विश्‍व के कई देशों में योगाभ्‍यास किया जा रहा है। कंबोडिया में अंगकोर वाट से पेरिस में एफिल टॉवर तक स्विस आल्प्स से लेकर मिस्र के पिरामिड तक योग ही योग हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देहरादून में 50 हजार से ज्‍यादा लोगों के साथ योगासन किए। आइए हम आपको दिखाते हैं कि अलग-अलग देशों में कैसे योग दिवस मनाया जा रहा है।

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देहरादून के फॉरेस्‍ट रिसर्च इंस्‍टीट्यूट में 55 हजार लोगों के साथ योग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

पेरिस में एफिल टॉवर के सामने योगासन करते लोग।

मिस्र में पिरामिड के सामने योग करते कुछ लोग।

चौथे अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगाभ्यास करते उज़्बेकिस्तानी।

चीन की राजधानी बीजिंग में भी योग के प्रति लोग का क्रेज देखने को मिला। यहां काफी संख्‍या में लोग योगाभ्‍यास करते नजर आए।

योग दिवस के अवसर पर मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में योगाभ्यास करते केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस के मौके पर कहा कि योग व्यक्ति-परिवार-समाज-देश-विश्व और सम्पूर्ण मानवता को जोड़ता है। योग आज दुनिया की सबसे शक्तिशाली एकीकरणीय ताकतों में से एक बन गया है। हम सभी के लिए गौरव की बात है कि आज जहां-जहां उगते सूर्य के साथ सूरज की किरण पहुंच रही है, प्रकाश का विस्तार हो रहा है, वहाँ-वहाँ लोग योग से सूर्य का स्वागत कर रहे हैं। देहरादून से लेकर डबलिन तक, शंघाई से लेकर शिकागो तक, जकार्ता से लेकर जोहानिसबर्ग तक, योग ही योग है।

क्या है योग दिवस का इतिहास?
गौरतलब है कि यह पीएम मोदी का ही प्रयास था जिस कारण 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा। पीएम मोदी ने 27 सितंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने की बात रखी। इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को यूएन में 177 सदस्य देशों ने 21 जून को इस दिवस के रूप में अपनी सहमति जता दी। मोदी के इस प्रस्ताव को महज 90 दिनों के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो यूएन में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय का रिकॉर्ड है। आपको बता दें कि ये चौथा योग दिवस है। इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग-अलग शहरों में जाकर योग दिवस मनाया था। पीएम मोदी ने पहला योग दिवस दिल्ली में, दूसरा योग दिवस चंडीगढ़ में, तीसरा योग दिवस लखनऊ में मनाया था।


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