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Lockdown में 11 वर्षीय बालक के खोए तोते मिले, महिला ने किया था कैद, पढ़ें- शिनाख्त की रोचक कहानी

लॉकडाउन में बालक के दो पालतू तोते उड़ गए थे। लॉकडाउन में ढील मिलने पर बालक ने उनकी तलाश की तो पता चला एक महिला ने उन्हें अपना बताकर कैद कर रखा है। जानें- फिर कैसे हुआ सच का सामना।

By Amit SinghEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 01:25 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 01:44 PM (IST)
Lockdown में 11 वर्षीय बालक के खोए तोते मिले, महिला ने किया था कैद, पढ़ें- शिनाख्त की रोचक कहानी
Lockdown में 11 वर्षीय बालक के खोए तोते मिले, महिला ने किया था कैद, पढ़ें- शिनाख्त की रोचक कहानी

उदयपुर, जेएनएन। राजसमंद जिले के कुंवारिया गांव में शुक्रवार को अनोखी पुलिस शिकायत और अनोखा फैसला देखने को मिला। शिकायतकर्ता था ग्यारह वर्षीय एक बालक। शिकायत थी कि उसके दो पालतू तोतों को एक महिला ने कैद कर लिया है। वह बालक को तोते नहीं दे रही। बालक की शिकायत पर पुलिस जांच करने महिला के घर पहुंची तो उसने कह दिया को दोनों तोते उसके हैं। फिर पुलिस ने एक अनोखी तफ्तीश की और थोड़ी देर में ही महिला का झूठ पकड़ा गया। पुलिस ने थोड़ी देर की जांच के बाद ही बालक को उसके खोए हुए दोनों पालतू तोते दिला दिये।

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जागरण संवाददाता के अनुसार राजस्थान के कुंवारिया थाने में 11 वर्षीय बालक करण सिंह आया और थानाधिकारी पेशावर खान को शिकायत करते हुए कहा कि एक महिला उसके पालतू तोते नहीं लौटा रही। बालक का कहना था कि उसने दो तोते पाल रखे थे। उनका नाम कृष्णा और राधा रखा हुआ था। लॉकडाउन के दौरान उसके तोते उड़ गए और वह उन्हें ढूंढ नहीं पाया। जैसे ही लॉकडाउन में थोड़ी ढील मिली तो उसने तोतों को ढूंढना शुरू कर दिया। उसके दोनों तोते उसके घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर एक घर में थे, जिसे वहां एक महिला ने कैद करके रखा हुआ था।

बालक की बार-बार गुजारिश के बावजूद उस महिला ने बालक को तोते देने से इंकार कर दिया था। बालक की करूण पुकार सुनकर थानाधिकारी भी द्रवित हो उठे तथा उन्होंने हेड कांस्टेबल हरी सिंह तथा रोशन लाल को बालक के साथ उस महिला के घर जाकर जांच करने को कहा। महिला ने पुलिसकर्मियों को भी तोते देने से इंकार कर दिया और कहा कि वह कैसे माने की यह तोते इस बालक के हैं।

इस पर बालक ने कहा कि दोनों तोते उसे पहचानते हैं। वह उनके नाम से पुकारेगा तो दोनों उसके पास आ जाएंगे। इस पर पुलिस की समझाइश पर महिला मानी और तोते कैद से मुक्त किए। बालक ने जैसे ही तोतों को नाम से पुकारा, दोनों तोते उसके कंधे पर आकर बैठ गए। इस तरह पुलिस ने तोते बालक को दिलाए और वह खुशी-खुशी अपने घर लौट गया। इधर, थानाधिकारी पेशावर खान का कहना है कि हमें भी इस फैसले से खुशी है।


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