इंदौर में 3 हजार के ऊपर पहुंचा कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा
देश के कई राज्यों में इसका प्रभाव काफी ज्यादा है जिनमें मध्य प्रदेश भी शामिल है। यहां संक्रमितों की संख्या 6 हजार से ज्यादा है।
इंदौर, एएनआइ। देश की सवा लाख से ज्यादा आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुकी है। देश के कई राज्यों में इसका प्रभाव काफी ज्यादा है, जिनमें मध्य प्रदेश भी शामिल है। यहां संक्रमितों की संख्या 6 हजार से ज्यादा है। एमपी का सबसे ज्यादा प्रभावित शहर इंदौरा है, जहां संक्रमितों की संख्या 3 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है।
शनिवार को इंदौर में कोरोना के 75 नए मामलों की पुष्टि हुई है, जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 3,008 पहुंच गया है। इंदौर के चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर डॉक्टर प्रवीन जाडिया ने कहा कि जिले में कोरोना के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 114 हो गई है।
इसके अलावा देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। देश में कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों की संख्या सवा लाख को पार कर चुकी है जिनमें से 69,597 लोगों का इलाज फिलहाल चल रहा है। वहीं 51,784 मरीज ठीक होकर अस्पातालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं। इसके साथ ही 3,720 से ज्यादा लोगों की अब तक इस घातक वायरस की चपेट में आकर मौत भी हो चुकी है। इसके अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
राज्य में कोरोना से ठीक होने वाल मरीजों की दर 51 फीसद
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण से ठीक होने वालों की दर 51 फीसद पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए राज्य में बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है और बड़ी संख्या में क्लीनिकों में भी काम शुरू कर दिया है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि सभी कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लकडाउन का सख्ती से पालन किया जाए और छूट उनके संबंधित जिलों में दिशा-निर्देशों के अनुसार दी जाए।
5 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर पहुंचे एमपी
कोरोना के कारण लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न राज्यों में फंसे 5,14,000 प्रवासी मजदूर मध्य प्रदेश वापस पहुंच गए हैं। इनमें से कई लोग 122 स्पेशल ट्रेन के जरिए आए हैं वहीं हजारों बसों से अपने गृह राज्य पहुंचे हैं। इसके अलावा 130 और ट्रेनें राज्य पहुंचने वाली हैं। बता दें कि विभिन्न राज्यों में फंसे 3,70,000 प्रवासी कामगार अपने-अपने गृह राज्यों को वापस पहुंच चुके हैं।