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कोवैक्सीन को मिलेगी आपात इस्तेमाल की मंजूरी ! अगले 24 घंटे में WHO लेगा अहम फैसला

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का तकनीकी सलाहकार समूह भारत बायोटेक की कोरोना रोधी कोवैक्सीन को आपातकाल में इस्तेमाल के लिए स्वीकृत सूची (ईयूएल) में शामिल करने पर विचार कर रहा है। कोवैक्सीन को कोरोना के खिलाफ 77.8 प्रतिशत और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 65.2 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 09:17 AM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 10:26 PM (IST)
कोवैक्सीन को मिलेगी आपात इस्तेमाल की मंजूरी ! अगले 24 घंटे में WHO लेगा अहम फैसला
कोवैक्सीन को आज मिल सकती है WHO से मंजूरी।(फोटो: ANI)

नई दिल्ली, एजेंसियां।  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का तकनीकी सलाहकार समूह भारत बायोटेक की कोरोना रोधी कोवैक्सीन को आपातकाल में इस्तेमाल के लिए स्वीकृत सूची (ईयूएल) में शामिल करने पर विचार कर रहा है। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता ने कहा कि अगर समूह आंकड़ों से संतुष्ट होता है तो उम्मीद है कि वह 24 घंटे के भीतर अपनी सिफारिशें दे देगा। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने ईयूएल के लिए 19 अप्रैल को डब्ल्यूएचओ के समक्ष आवेदन किया था। कोवैक्सीन को कोरोना के खिलाफ 77.8 प्रतिशत और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 65.2 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है।

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जून में कंपनी ने कहा था कि उसने तीसरे चरण के नतीजों के अंतिम आंकलन का काम पूरा कर लिया है। डब्ल्यूएचओ ने आपातकाल में इस्तेमाल के लिए अब तक फाइजर-बायोएनटेक, एस्ट्राजेनेका-एसके बायो/सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया, जानसन एंड जानसन, माडर्ना और सिनोफार्मा की वैक्सीन को मंजूरी दी है। इससे पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ की मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई थी।

पिछले सप्ताह डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने बताया था कि 26 अक्तूबर को होने वाली बैठक में हैदराबाद की भारत बायोटेक के कोवाक्सिन टीके को विश्व स्तरीय आपात इस्तेमाल की सूची में शामिल करने पर फैसला होगा। डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन के अनुसार, वैश्विक स्वास्थ्य निकाय का तकनीकी सलाहकार समूह 26 अक्टूबर को कोवैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) पर विचार करने के लिए बैठक करेगा। बता दें कोवैक्सीन का कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान में देशभर में उपयोग किया जा रहा है।

डब्ल्यूएचओ ने ट्वीट किया था, ‘हम जानते हैं कि बहुत से लोग, कोविड-19 के खिलाफ आपात स्थिति में इस्तेमाल किए जाने वाले टीकों की सूची में कोवैक्सीन के शामिल होने के लिए डब्ल्यूएचओ की सिफारिश की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन हम हड़बड़ी में ऐसा नहीं कर सकते हैं, आपात स्थिति में यूज के लिए किसी प्रोडक्ट की सिफारिश करने से पहले, हमें यह सुनिश्चित करने के लिए इसका अच्छी तरह से मूल्यांकन करना होगा कि वह सुरक्षित एवं प्रभावी है।’

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि भारत बायोटेक ने कोवाक्सिन से जुड़े सभी दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं जिनकी समीक्षा लगभग पूरी हो चुकी है। मंगलवार को होने वाली बैठक में समिति के विशेषज्ञ अपनी-अपनी राय देने के अलावा वैक्सीन के प्रभाव, सुरक्षा और एंटीबाडी का स्तर इत्यादि की जांच करेंगे जिसके आधार पर कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल की सूची में शामिल किया जा सकता है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुमति से मिलेगा फायदा

कोवैक्सीन को अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुमति नहीं मिली है जिसके चलते कोवैक्सीन की डोज लेने वाले लोग विदेश यात्रा के लिए मान्य नहीं है। दुनिया के ज्यादातर देशों में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डब्ल्यूएचओ की सूची में शामिल कोरोना वैक्सीन की डोज लगी हो।


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