Indian Railways: अति महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा कर आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगी रेलवे
68 परियोजनाओं को महत्वपूर्ण श्रेणी में रखा गया है। इनमें आमान परिवर्तन की एक परियोजना है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। रेल मंत्रालय ने लंबित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए नई प्राथमिकताएं तय हैं। इसके अंतर्गत 58 परियोजनाओं को 'अति महत्वपूर्ण' मानते हुए उन्हें 2021 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2022 में देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ बनाएगा। और रेलवे इसमें पूरे आन-बान और शान के साथ शिरकत करना चाहती है।
इस समय रेलवे की कुल 498 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें नई लाइन, दोहरीकरण और आमान परिवर्तन की परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 5.22 लाख करोड़ रुपये भारी-भरकम राशि की आवश्यकता है। अभी नई परियोजनाओं पर रेलवे हर साल तकरीबन 30 हजार करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च करता है।
इस हिसाब से उक्त परियोजनाओं को पूरा करने में 17 साल लग जाएंगे। इसे देखते हुए रेलवे बोर्ड ने परियोजनाओं को उनके महत्व के अनुसार पूरा करने की रणनीति तैयार की है। इनमें सबसे अहम परियोजनाओं को स्वतंत्रता की 75वीं सालगिरह से पहले अर्थात दिसंबर, 2021 तक पूरा करने का प्रस्ताव है। इनमें दोहरीकरण, तिहरीकरण तथा चौहरीकरण से संबंधित 58 अति महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं।
इसके अलावा 68 परियोजनाओं को महत्वपूर्ण श्रेणी में रखा गया है। इनमें आमान परिवर्तन की एक परियोजना है। जबकि बाकी 67 परियोजनाएं दोहरीकरण, तिहरीकरण व चौहरीकरण से संबंधित हैं। इन सबको मार्च, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शेष परियोजनाएं बाकी के दस वर्षो में पूरी की जाएंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में हुए सम्मेलन में रेलवे को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार कर यात्री एवं माल सेवाओं को विश्वस्तरीय बनाने तथा वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनने का लक्ष्य दिया था। ये प्राथमिकताएं उसी मिशन का हिस्सा है। रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगदी भी पिछले दिनो इसके बारे में संकेत दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि 'इन दिनो हमारी सारी ऊर्जा प्रमुख लंबित परियोजनाओं को पूरा करने पर लगी हुई है। हमने परियोजनाओं की समीक्षा कर उनमें से अति महत्वपूर्ण परियोजनाओं की पहचान की है। इन्हें हम 2022 तक पूरा करेंगे। वंदे भारत और तेजस जैसी नई ट्रेनों के साथ हमने यात्री सेवाओं के आधुनिकीकरण की शुरुआत कर दी है। ट्रैक के नवीकरण के साथ क्षमता का भी विस्तार किया जा रहा है। विद्युतीकरण की रफ्तार तेज हुई है। जबकि सिगनल प्रणाली का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है।'
उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्टेशनों और ट्रेनों में सीसीटीवी लगाए जाने के साथ ही 2022 तक मालगाडि़यों के लिए डेडीकेटेट फ्रेट कारीडोर के चालू हो जाने की बात भी कही थी।