Move to Jagran APP

चीन से तनातनी के बीच भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ाई निगरानी, कई देशों के साथ किया युद्धाभ्यास

भारतीय नौसेना को हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी गतिविधियों को बढ़ते देख कर बेहद सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 11:49 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 11:52 PM (IST)
चीन से तनातनी के बीच भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ाई निगरानी, कई देशों के साथ किया युद्धाभ्यास
चीन से तनातनी के बीच भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ाई निगरानी, कई देशों के साथ किया युद्धाभ्यास

नई दिल्ली, प्रेट्र। चीन से पूर्वी लद्दाख में सात हफ्ते से जारी तनातनी के बीच भारतीय नौसेना ने अब हिंद महासागर क्षेत्र में गश्त और निगरानी बढ़ा दी है। हिंद महासागर में नौसेना ने सामरिक दृष्टि से अहम स्थानों पर अपने पोत तैनात किए हैं। इसके साथ ही भारतीय नौसेना ने अमेरिकी और जापान की नौसेना के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास भी किया है।

loksabha election banner

भारतीय नौसेना को हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी गतिविधियों को बढ़ते देख कर बेहद सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि वह लगातार क्षेत्र में बढ़ती चीनी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। हिंद महासागर के रणनीतिक जल क्षेत्र में सुरक्षा को चाकचौबंद रखने के लिए भारत ने मित्रवत नौसैनिक अभ्यास भी इन क्षेत्रों में अमेरिका और जापान के साथ किया है।

अमेरिका और जापानी नौसेना के साथ किया युद्धाभ्यास

विगत शनिवार को भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में जापानी नौसेना के साथ अहम युद्धाभ्यास किया है। इन इलाकों में चीनी नौसैनिक जहाज और पनडुब्बियां गश्त लगाती हैं। इस सैन्य अभ्यास में भारतीय नौसैनिक जहाज आइएनएस राणा और आइएनएस कुलिश भी शामिल हुए।

वहीं, जापान के दो युद्धपोत जेएस काशिमा और जेएस शिमायुकी शामिल हुए। इस अभ्यास का मकसद इन देशों के साथ नौसैनिक तालमेल और सहयोग बढ़ाना है। भारतीय नौसेना ने इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस की नौसेना से भी सहयोग बढ़ाया है। यह सैन्य अभ्यास चीन के पूर्वी लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश व मुठभेड़, दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दखलंदाजी के बीच बेहद अहम हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.