सैन्य मूवमेंट और ट्रेनों की आवाजाही से जुड़ी जानकारियां चुराने की कोशिश, खुफिया एजेंसियों का अलर्ट
कोरोना संकट और सीमा पर चीन से जारी टकराव के बीच खुफिया एजेंसियों ने भारतीय रेलवे के नेटवर्क पर साइबर हमले को लेकर बड़ी चेतावनी जारी की है। जानें कितना बड़ा है यह खतरा...
नई दिल्ली, आइएएनएस। खुफिया एजेंसियों ने भारतीय रेलवे के नेटवर्क पर साइबर हमले को लेकर चेताया है। एजेंसियों ने बताया है कि एक वायरस की मदद से ट्रेन की गतिविधियों और अन्य जानकारियों को चुराने की कोशिश हो रही है। सूत्रों का कहना है कि सीमा पर चीन से तनातनी और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से चीन की एक कंपनी का ठेका रद करने जैसे कदमों को देखते हुए इस साइबर अटैक के पीछे चीन का हाथ होने की भी आशंका है। वैसे भी एपीटी 36 के नाम से हुए इस साइबर हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के संकेत मिले हैं जो चीन का करीबी है।
सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों की तरफ से रेलवे बोर्ड को तत्काल सभी सिस्टम को इंटरनेट से हटाकर पासवर्ड बदलने का निर्देश दिया गया है। एजेंसियों ने सभी प्रभावित सिस्टम से डाटा का बैकअप लेने के बाद उन्हें फॉर्मेट करने को भी कहा है। वायरस के खतरे के बाद रेलवे के विजिलेंस विभाग में काम करने वाले एक वरिष्ठ प्रिंसिपल एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के कंप्यूटर सिस्टम को फॉर्मेट किए जाने की भी जानकारी है। सूत्रों ने बताया कि रेलवे के अलावा डिफेंस, केंद्रीय पुलिस संगठनों, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेक्टर से जुड़े संस्थानों पर भी साइबर हमले का खतरा है।
खुफिया एजेंसियों ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने और सुरक्षित तरीके से सभी पासवर्ड बदलने को कहा है। सूत्र ने आगे कहा कि खुफिया एजेंसियों के अलर्ट किए जाने के बाद रेलवे के अधिकारी मालवेयर को हटाने के काम में जुटे हैं। सूत्र की मानें तो एपीटी 36 मालवेयर कैंपेंन के जरिए ट्रेनों की आवाजाही सहित भारतीय रेल प्रणालियों में संग्रहीत डेटा को चोरी किया जा रहा था और जानकारी देश से बाहर पहुंचाई जा रही है। यही नहीं एपीटी 36 मालवेयर ने डिफेंस मूवमेंट के आंकड़े भी चुराने की कोशिश की है। सूत्र का कहना है कि भारतीय रेलवे के कम से कम चार सिस्टम एपीटी 36 मालवेयर से प्रभावित हुए हैं।
समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मालवेयर रेलवे के अलावा, रक्षा, केंद्रीय पुलिस संगठनों, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों के लिए भी खतरा बना हुआ है। वायरस के खतरे को देखते हुए खुफिया एजेंसियों ने संबंधित विभागों से सुरक्षित कंप्यूटरों से ईमेल करने के लिए कहा है। एजेंसियों ने विभागों से ऑनलाइन सेवाओं के पासवर्ड बदलने और प्रभावित कंप्यूटरों की हार्ड-डिस्क का बैकअप लेने की भी बात कही है। यही नहीं ऑपरेटिंग सिस्टम और अन्य सॉफ्टवेयर को रिइंस्टॉल करने के लिए कहा है। यह हमला ऐसे वक्त हुआ है जब भारत कोरोना संकट के साथ साथ सीमा पर चीन के साथ भी उलझा हुआ है।