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विपक्षी एकजुटता तोड़ने को सरकार खेलेगी चीनी कार्ड

कोयला घोटाले पर संसद न चलने देने पर एकजुट विपक्ष की एकता को तोड़ने के लिए सरकार चीनी घुसपैठ का कार्ड खेलने जा रही है। गुरुवार को सपा राज्यसभा में चीन की घुसपैठ पर विशेष चर्चा का नोटिस देगी, जिसे सरकार स्वीकार कर खासतौर से भाजपा पर दबाव बनाएगी। हालांकि, भाजपा कानून मंत्री अश्रि्वनी कुमार के इ

By Edited By: Published: Thu, 02 May 2013 12:16 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2013 12:17 PM (IST)
विपक्षी एकजुटता तोड़ने को सरकार खेलेगी चीनी कार्ड

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोयला घोटाले पर संसद न चलने देने पर एकजुट विपक्ष की एकता को तोड़ने के लिए सरकार चीनी घुसपैठ का कार्ड खेलने जा रही है। गुरुवार को सपा राज्यसभा में चीन की घुसपैठ पर विशेष चर्चा का नोटिस देगी, जिसे सरकार स्वीकार कर खासतौर से भाजपा पर दबाव बनाएगी। हालांकि, भाजपा कानून मंत्री अश्रि्वनी कुमार के इस्तीफे से पहले अपने तेवर ढीले करने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में संसद का चल पाना भी बेहद मुश्किल नजर आ रहा है।

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समाजवादी पार्टी लगातार चीन मुद्दे को उठा रही है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी राज्यसभा में इस मुद्दे पर चर्चा का नोटिस देगी, जिसे सरकार स्वीकार भी कर लेगी। कांग्रेस के प्रबंधकों को लग रहा है कि इस मुद्दे से अगर भाजपा भागेगी तो उसे भी नुकसान का डर होगा। साथ ही विपक्षी एकता भी खंडित होगी। राज्यसभा में सपा के मुख्य सचेतक नरेश अग्रवाल ने पुष्टि की है कि वह चीन पर चर्चा के लिए नोटिस देंगे।

उन्होंने भाजपा, वामदलों समेत बाकी से अपील की है कि राष्ट्रहित में चीन पर चर्चा करने दें। सरकार भी गुरुवार को संसद की कार्यमंत्रणा समिति में इस मुद्दे पर चर्चा करेगी। भाजपा पहले ही लोकसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्यमंत्री की बैठकों में शामिल न होने का एलान कर चुकी है।

चीन पर चर्चा की अनुमति से भी भाजपा के रुख में कोई परिवर्तन आता नहीं दिख रहा है। भाजपा के राज्यसभा में मुख्य सचेतक प्रकाश जावड़ेकर ने कहा भी कि इस मुद्दे पर उनकी पार्टी ने पहले ही नोटिस दिया था। तब कांग्रेस ने उसे नहीं स्वीकारा था।

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