समुद्र की सुरक्षा में तैनात हुआ अत्याधुनिक जहाज 'वरद', जानें- खासियतें
वरद पर आधुनिक नौवहन और संचार उपकरण 30 एमएम और 12.7 एमएम की तोपें समेकित पुल प्रणाली परमाणु ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली और आग से मुकाबले के लिए उच्च क्षमता वाली प्रणाली लगाई गई हैं।
चेन्नई, प्रेट्र। केंद्रीय जहाजरानी मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के बंदरगाह पर आयोजित एक समारोह में समुद्र की निगरानी के लिए तैयार 'वरद' नामक जहाज को भारतीय तटरक्षक बल में शामिल कराया। 98 मीटर लंबे इस जहाज का निर्माण लार्सन एंड टूब्रो ने चेन्नई के करीब कट्टूपल्ली स्थित यार्ड में किया है।
'वरद' पर आधुनिक नौवहन और संचार उपकरण, 30 एमएम और 12.7 एमएम की तोपें, समेकित पुल प्रणाली, परमाणु ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली और आग से मुकाबले के लिए उच्च क्षमता वाली प्रणाली लगाई गई हैं। यह विमान दो इंजन वाले हल्के हेलीकॉप्टरों का परिवहन कर सकता है और रात में भी उनकी उड़ान की इजाजत देता है। जहाज पर चार तेजगति वाली नावें उपलब्ध रहेंगी। दो इंजन वाले इस जहाज की अधिकतम गति 26 नॉटिकल मील (करीब 48 किलोमीटर) प्रति घंटा है। जहाज को फिलहाल कमांडर कोस्ट गार्ड रीजन (उत्तर पूर्व) के अंतर्गत पारादीप में तैनात किया जाएगा। इस पर 11 अधिकारी और 91 जवान तैनात रहेंगे। कमांडर पिंटू बाग इसके कमांडिंग ऑफिसर होंगे।
मंत्री मंडाविया ने तटरक्षक बल की सेवाओं की तारीफ की। बल के महानिदेशक के. नटराजन ने कहा कि यह जहाज पुरानी पीढ़ी के 'आइसीजीएस वरद' का स्थान लेगा, जिसने 28 वर्षो तक सेवाए दीं। उन्होंने कहा कि आवंटित धनराशि का 90 फीसद जहाज के भारतीयकरण पर खर्च किया गया है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 'वरद' 10, 000 किलोमीटर तक बिना रुके यात्रा कर सकता है।
नटराजन ने कहा कि 15 मार्च को दो इंजनों वाला हेलीकॉप्टर मिलने जा रहा है, जो जहाज पर लैंडिंग में सक्षम होगा। अभी तटरक्षक बल के पास 61 जहाज हैं। वर्ष 2025 तक इसकी संख्या 200 करने की योजना है। हमारे पास अभी 65 विमान हैं, जिनकी संख्या 100 की जानी है। इस दौरान चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन पी. रवींद्रन भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि लार्सन एंड टूब्रो ने वर्ष 2015 में भारत सरकार के साथ सात अत्याधुनिक जहाजों के लिए 1,432 करोड़ रुपये का समझौता किया था। 'वरद' इस श्रेणी का पांचवां जहाज है।