अंडमान सागर में भारतीय तटरक्षक बल को रोहिंग्या शरणार्थियों को ले जाते हुए वोट मिली, 8 लोगों की मौत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि 11 फरवरी को बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से एक नाव रवाना हुई जिसमें 8 लड़कियों सहित 64 महिलाएं और 5 लड़के सहित 26 पुरुष सवार थे। उन्होंने कहा कि नाव का इंजन 15 फरवरी को फेल हो गया था।
नई दिल्ली, एएनआइ। रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर अंडमान सागर में 90 लोगों से सवार एक नौका भटक रही है, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई। यह नौका बाद में भारतीय तटरक्षक बल को मिली। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि 11 फरवरी को बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से एक नाव रवाना हुई, जिसमें 8 लड़कियों सहित 64 महिलाएं और 5 लड़के सहित 26 पुरुष सवार थे।
उन्होंने कहा कि नाव का इंजन 15 फरवरी को फेल हो गया था, उसके बाद से वह बहती जा रही थी। गंभीर परिस्थितियों के कारण उस नाव में बैठे आठ लोगों की मौत हो गई और 15 फरवरी से एक शख्स लापता है। उन्होंने कहा कि जब हमें पता चला कि नाव संकट में है, तो हमने दो तट रक्षक जहाजों को तुरंत नाव में सवार लोगों को भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए भेजा। उनमें से सात लोगों को तरल पदार्थ दिए गए।
प्रवक्ता ने कहा कि नाव में 47 लोगों के पास बांग्लादेश में यूएनएचसीआर कार्यालय द्वारा जारी किए गए पहचान पत्र थे, जिसमें कहा गया था कि वे म्यांमार के नागरिकों और बांग्लादेश सरकार द्वारा पंजीकृत हैं। प्रवक्ता ने आगे कहा कि हम बांग्लादेश सरकार के साथ उनके सुरक्षित और सुरक्षित प्रत्यावर्तन सुनिश्चित करने के लिए चर्चा कर रहे हैं। बांग्लादेश ने गुरुवार को रोहिंग्या शरणार्थियों को छुड़ाने के लिए अंडमान सागर के आसपास के देशों को बुलाया है, जो हफ्तों से इधर उधर भटक रहे थे।
संयुक्त राष्ट्र ने रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर अंडमान सागर में भटक रही एक नौका का मामला उठाया है। उसने कहा है कि इस नौका में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। मसलन, इसमें न पर्याप्त भोजन है और न पानी। इस नौका पर सवार लोगों के परिजन काफी चिंतित हैं। गौरतलब है कि बच्चों सहित लगभग 90 शरणार्थियों ने बेहतर जीवन की तलाश में नौका में सवार होकर यात्रा शुरू की थी। शरणार्थी मामलों के संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) कार्यालय ने कहा है कि दो सप्ताह पहले दक्षिणी बांग्लादेश से नौका रवाना होने के बाद कुछ शरणार्थियों की मौत हो गई है। यूएनएचसीआर के अनुसार, नौका अभी कहां है, इसकी जानकारी उसे नहीं है।