दुश्मन को करारा जवाब देने के लिए और स्पाइस-2000 बम खरीदेगा भारत, पाक के बालाकोट में इसी से की गई थी सर्जिकल स्ट्राइक
भारत शक्तिशाली स्पाइस-2000 बम के एडवांस वर्जन को खरीदने पर विचार कर रहा है। यह बम किसी भी प्रकार की बिल्डिंग और बंकर को तबाह करने में सक्षम है।
नई दिल्ली, एजेंसिया। चीन के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत अपनी सेना को और ताकतवर बनाने की कोशिशों में पूरी शिद्दत से जुटा है। इसी कड़ी में भारत शक्तिशाली स्पाइस-2000 बम के एडवांस वर्जन को खरीदने पर विचार कर रहा है। अपने लक्ष्य को सटीकता के साथ साधने में माहिर यह बम किसी भी प्रकार की बिल्डिंग और बंकर को तबाह करने में सक्षम है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही यह बम है। भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान इसी बम का इस्तेमाल कर आतंकी शिविर को ध्वस्त किया था। इजरायल द्वारा विकसित स्पाइस -2000 बम भारतीय वायुसेना का पारंपरिक बम है जिसका प्रयोग फ्रांसीसी मूल के मिराज-2000 लड़ाकू विमानों में किया जाता है।
स्पाइस का है खास मतलब
स्पाइस का मतलब स्मार्ट, सटीक प्रभाव और लागत प्रभावी है। यह सामान्य बम नहीं है, बल्कि एक गाइडेड किट है जो एक स्टैंडर्ड वारहेड से जुड़ा होता है। यह 70 किलोमीटर दूर के लक्ष्य को सटीकता के साथ साध सकता है। इसका नया वर्जन बंकर के साथ ही मजबूत शेल्टर को भी ध्वस्त करने में सक्षम है।
खुद रास्ता बदल लेता है स्पाइस-2000
यह बम खुद ही अपने पथ को बदलने में सक्षम है। इस स्मार्ट बम के शीर्ष पर एक कैमरा लगा होता है जो लक्ष्य को साधने में मदद करता है। स्पाइस 2000 बम दो वर्जन में आता है। एक में 1000 किलोग्राम का वारहेड होता है जबकि दूसरे में 500 किलोग्राम का। इस बम में एक चिप के माध्यम से लक्ष्य से संबंधित डाटा को लोड किया जाता है। जिसके बाद बम को लडाकू विमान में फिट कर दिया जाता है। इसके बाद जब विमान लक्ष्य से एक पूर्व निर्धारित दूरी और ऊंचाई पर पहुंच जाता है तो वह इस स्मार्ट बम को दाग देता है। इसके बाद बम में मौजूद ऑनबोर्ड कंप्यूटर इसे पूर्व निर्धारित लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ाता है।
स्पाइस-2000 बमों ने बालाकोट में बरपाया था कहर
भारत ने 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के बालाकोट में जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी ठिकाने को ध्वस्त करने के लिए स्पाइस-2000 बम का इस्तेमाल किया था। इस बम ने जैश के कैंप की इमारतों की छतों को छेद कर दिया था। खास बात यह है कि इमारत के अंदर जाने के बाद हुए इन बमों के धमाकों से मौजूद शख्स के बचने की संभावना नहीं होती है। बता दें, चीन के खिलाफ तनाव बढ़ने के बाद भारत सरकार ने इस तरह की सैन्य खरीद के लिए विशेष अधिकार दिए हैं।