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भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग को किया तलब, सीजफायर उल्लंघन पर जमकर लगाई लताड़

संघर्ष विराम के उल्लंघन पर भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग को तलब कर कड़ी फटकार लगाई है। 13 नवंबर को जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ-साथ कई क्षेत्रों पर पाकिस्तानी बलों संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया था।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2020 10:49 AM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2020 10:49 AM (IST)
भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग को किया तलब, सीजफायर उल्लंघन पर जमकर लगाई लताड़
भारत ने पाकिस्तानी चार्ज डी-अफेयर्स को तलब कर जताया विरोध।

नई दिल्ली, प्रेट्र। दीपावली की पूर्व संध्या पर संघर्ष विराम (Seasefire Violations) के उल्लंघन को लेकर भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग (Pakistan High Commission) के चार्ज डी-अफेयर्स (कार्यवाहक उच्चायुक्त) को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाए जाने से बाज आने की हिदायत दी है।

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विदेश मंत्रलय की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि पाकिस्तानी चार्ज डि-अफेयर्स को शनिवार को तलब किया गया। कड़े शब्दों में विरोध दर्ज कराते हुए कहा गया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा शुक्रवार को अनायास विभिन्न सेक्टरों में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया। यह एक सोची-समझी कार्रवाई थी। इसके पीछे मंशा कानून-व्यवस्था में व्यवधान पैदा करने की थी, जो अति निंदनीय है।

पाकिस्तान की इस नापाक हरकत से चार निर्दोष नागरिक मारे गए और 19 जख्मी हो गए। सुरक्षा बलों के पांच जवान भी शहीद हो गए। इसके बाद भारतीय सेना की ओर से टैंक भेदी गाइडेड मिसाइल से पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया गया और जबरदस्त गोलाबारी की गई। इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के आठ सैनिक मारे गए और 12 जख्मी हुए हैं।

भारत ने चार्ज डी-अफेयर्स को पाकिस्तानी वादे की याद दिलाई, जिसमें उसने कहा था कि अपने भू-भाग से भारत विरोधी गतिविधि को इस्तेमाल नहीं होने देंगे। आतंकियों को संरक्षण देने से बाज नहीं आने को लेकर भी भारत ने कड़ा विरोध जताया। कहा कि आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की जाती है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तानी बलों द्वारा निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाए जाने की भारत कड़े शब्दों में निंदा करता है। यह बहुत ही निराशाजनक है कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने के लिए भारत में त्यौहार का अवसर चुना और भारी हथियारों का इस्तेमाल किया।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान ने 2019 में 3,233 की तुलना में चालू वर्ष में संघर्ष विराम उल्लंघन की 4,052 घटनाओं को अंजाम दिया है। कोरोनो वायरस की महामारी के बावजूद, पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर अकारण संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है और कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ का प्रयास कर रहा है।


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