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असम को लेकर गलत बयान देने पर भारत ने OIC को लगाई फटकार, जानें क्या कहा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत इस तरह के अवांछित बयानों को खारिज करता है और उम्मीद करता है कि भविष्य में ऐसी बयानबाजी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ओआइसी ने असम की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर भ्रामक बयान देकर भारत के आतंरिक मामलों में टिप्पणी की।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 01:07 AM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 01:14 AM (IST)
असम को लेकर गलत बयान देने पर भारत ने OIC को लगाई फटकार, जानें क्या कहा
असम को लेकर गलत बयान देने पर भारत ने ओआइसी को फटकारा

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत ने असम में अतिक्रमण विरोधी अभियान से संबंधित एक घटना को लेकर गलत बयान देने के लिए इस्लामी सहयोग संगठन (ओआइसी) को जमकर फटकार लगाई है। भारत ने कहा है कि ओआइसी को उसके आंतरिक मामलों पर बयानबाजी करने का कोई हक नहीं है।

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दरअसल असम में बेदखली अभियान से संबंधित एक घटना के बारे में भ्रामक बयान देने के लिए ओआईसी की भारत ने आलोचना की और कहा कि समूह के पास देश के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सख्त लहजे में कहा कि भारत ऐसे सभी अनुचित बयानों को खारिज करता है और उम्मीद करता है कि भविष्य में ऐसा कोई संदर्भ नहीं दिया जाएगा।

विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि भारत इस तरह के अवांछित बयानों को खारिज करता है और उम्मीद करता है कि भविष्य में ऐसी बयानबाजी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ओआइसी ने असम की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक बयान देकर भारत के आतंरिक मामलों में टिप्पणी की है।

तीन अक्टूबर को जारी एक बयान में ओआईसी जनरल सचिवालय ने बेदखली अभियान की आलोचना की और आरोप लगाया कि यह मुस्लिम समुदाय के खिलाफ अभियान का एक हिस्सा है। बयान में कहा गया कि OIC के महासचिवालय ने संकेत दिया कि मीडिया में आईं खबरें शर्मनाक हैं और वह इस मामले में भारत गणराज्य में सरकार और अधिकारियों से एक जिम्मेदार रुख की अपील करता है। 

बता दें कि असम के दरांग जिले में पिछले महीने अतिक्रमण विरोधी अभियान में दो लोगों की मौत हो गई थी और पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे। तीन अक्टूबर को जारी बयान में ओआइसी ने अतिक्रमण विरोधी अभियान को मुस्लिमों के खिलाफ अभियान बताया था। 


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