भारत की फटकार, कहा- सार्क मंच का पाक ने किया गलत इस्तेमाल, वह नहीं था राजनीतिक मंच
भारत ने सार्क (दक्षेस) देशों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के दौरान पाकिस्तान की ओर से कश्मीर का मसला उठाने पर उसको कड़ी फटकार लगाई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना वायरस से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर सार्क (दक्षेस) देशों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के दौरान पाकिस्तान ने जिस तरह से कश्मीर का मुद्दा उठाया उसको लेकर भारत ने उसे कड़ी फटकार लगाई। भारत ने कहा, यह राजनीतिक नहीं, बल्कि मानवीय मंच था और पाकिस्तान ने इसका 'दुरुपयोग' किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने वीडियो-कांफ्रेंस में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दा उठाए जाने पर कहा, 'इतने बड़े पैमाने पर आई आपदा में सीमाओं का बंधन नहीं है, इसी भावना से प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस पर दक्षेस वीडियो कांफ्रेंस का आह्वान किया था।
दक्षेस देशों ने भारत के प्रयास को सराहा
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान के अलावा अन्य दक्षेस देशों ने भारत के इस प्रयास की सराहना की। वीडियो कांफ्रेंस के दौरान पाकिस्तानी पीएम के स्वास्थ्य संबंधी विशेष सलाहकार जफर मिर्जा को भी समझना चाहिए था कि यह मंच राजनीतिक नहीं, बल्कि मानवीय था। उन्होंने इसका दुरुपयोग किया।
आपात दक्षेस कोष शुरू, मदद जारी
कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तावित आपात दक्षेस कोष की शुरुआत हो गई है और मदद के लिए सदस्य देशों से भारत को अनुरोध प्राप्त हुए हैं। हमें मास्क, जूते, कवर, ग्लव्स, कीटाणुनाशक और अन्य सामग्रियां पर अन्य दक्षेस देशों से कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा, 'सहयोग की राशि का आग्रह अभी तक एक करोड़ डॉलर पार कर चुका है। भूटान और मालदीव के लिए आपूर्ति भेजी गई है। अन्य दक्षेस देशों से आग्रह विभिन्न चरणों और प्रक्रियाओं में है।'
नियंत्रण कक्ष को किया जा मजबूत
प्रवक्ता ने कहा कि मंत्रालय अपने कोविड-19 नियंत्रण कक्ष को मजबूत कर रहा है। इस समय नियंत्रण कक्ष में 25-30 लोग काम कर रहे हैं। वे पाली में काम करते हैं। हमें एक दिन में लगभग 400 ई-मेल और 1,000 कॉल मिल रही हैं।
इटली से जल्द निकाले जाएंगे भारतीय
विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा कि सप्ताह के अंत तक इटली से भारतीयों के अगले समूह को निकालने की योजना है। विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव दम्मू रवि ने कहा, 'हमने ईरान से 590 लोगों को निकाला है जहां स्थिति काफी गंभीर है। ईरान में कोरोना वायरस से संक्रमित भारतीयों को अलग रखा गया है और उनकी देखभाल बहुत अच्छी तरह से की गई है। हमें विश्वास है कि वे ठीक हो जाएंगे और हम उन्हें वापस लाएंगे।'