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India Lockdown Day 3: दिल्‍ली की तरह कहीं मुंबई से भी पैदल यूपी न चल दें लोग, मदद के लिए योगी सरकार ने बढ़ाया हाथ

India Lockdown योगी सरकार ने मुंबई में नियुक्त उप निदेशक पर्यटन को स्थानिक आयुक्त के रूप में काम करते हुए प्रवासी उत्तर प्रदेशियों की मदद करने के निर्देश दिए हैं।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 27 Mar 2020 09:00 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2020 09:00 PM (IST)
India Lockdown Day 3: दिल्‍ली की तरह कहीं मुंबई से भी पैदल यूपी न चल दें लोग, मदद के लिए योगी सरकार ने बढ़ाया हाथ
India Lockdown Day 3: दिल्‍ली की तरह कहीं मुंबई से भी पैदल यूपी न चल दें लोग, मदद के लिए योगी सरकार ने बढ़ाया हाथ

ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। उत्तर प्रदेश मूल के मुंबई में रह रहे प्रवासियों के लिए भी योगी सरकार ने मदद का हाथ बढ़ा दिया है। मुंबई में नियुक्त उप निदेशक पर्यटन को स्थानिक आयुक्त के रूप में काम करते हुए प्रवासी उत्तर प्रदेशियों की मदद करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश मूल के लोग रहते हैं। योगी सरकार ने कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए गए लॉक डाउन के दौरान इन प्रवासियों की दिक्कतें समझते हुए मुंबई में कार्यरत पर्यटन विभाग के उप निदेशक बिमलेश कुमार औदीच्य को उनकी समस्याएं सुलझाने के निर्देश दिए हैं।

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इस विशेष समय में औदीच्य को स्थानिक आयुक्त के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाने के निर्देश भी दिए गए हैं। औदीच्य के अनुसार उत्तर प्रदेश के दिल्ली में रह रहे लोगों की भी समस्याएं दूर करने के लिए ऐसी ही व्यवस्था उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से की गई है। औदीच्य को कुछ माह पहले ही मुंबई और दिल्ली में रहनेवाले उत्तर प्रदेश मूल के लोगों के गांव-घर की समस्याएं सुलझाने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। इस संबंध में आदेश पत्र में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के कार्यालयाध्यक्ष अविनाश चंद्र मिश्र को भी प्रवासी उत्तर प्रदेशियों की समस्याओं का समाधान तत्काल प्रभाव से करने के निर्देश दिए गए हैं। 

मुंबई, ठाणे, पालघर एवं रायगढ़ परिसर में उत्तर प्रदेश मूल के लोगों की आबादी 40 लाख से अधिक है। इनमें ज्यादा संख्या दैनिक कामगारों की है। देश में 21 दिन का लॉक डाउन शुरू होने के ठीक पहले ऐसे प्रवासियों ने अपने घर का रुख करना शुरू कर दिया था, जिनका कोई स्थायी ठिकाना मुंबई में नहीं है। उनके लिए मध्य रेलवे ने कुछ विशेष ट्रेनों की व्यवस्था भी की थी, लेकिन 25 मार्च से ट्रेनों की देशव्यापी बंदी के कारण ये प्रवासी यहीं अटक गए हैं। मुंबई के प्रमुख उत्तर भारतीय नेता कृपाशंकर सिंह कहते हैं कि 21 दिन के लॉक डाउन के बाद भी इन दैनिक कामगारों का रोजगार पुनः कब शुरू होगा, यह निश्चित नहीं है। इसलिए यह वर्ग अपने गांव जाकर शांति से रहना चाहता है। 

उन्होंने इस संबंध में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से बात कर ठाणे, पालघर एवं रायगढ़ में खाली पड़ी नवनिर्मित इमारतों में ऐसे प्रवासियों को रखकर उनके भोजन इत्यादि का इंतजाम करने की सलाह दी है। ताकि लॉक डाउन खुलने तक वे आराम से रह सकें। देखा जा रहा है कि दिल्ली में रह रहे उत्तर प्रदेश–बिहार के प्रवासी मजदूर यातायात साधनों के अभाव में पैदल ही अपने गांव के लिए निकल पड़े हैं। लेकिन मुंबई की दूरी अधिक होने के कारण यहां के प्रवासियों के पास यह विकल्प भी मौजूद नहीं है।


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