कोरोना से निपटने की कोशिशों में भारत अग्रिम पंक्ति में : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक राष्ट्रपति ने अल सल्वाडोर गणराज्य पनामा ट्यूनीशिया और ब्रिटेन और अर्जेंटीना गणराज्य के राजदूत/उच्चायुक्त के परिचय पत्र एक डिजिटल समारोह में स्वीकार किए। कोविंद ने इन दूतों की नियुक्ति पर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि कोरोना से निपटने को लेकर निर्णायक और समन्वित वैश्विक प्रयासों में भारत अग्रिम पंक्ति में रहा है। उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार की वैक्सीन मैत्री पहल, औषधि की दुनिया में उसे फिर से प्रतिष्ठित स्थान दिला रही है। इस पहल के तहत भारत में निíमत कोरोना के टीके कई देशों में भेजे गए हैं।
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति ने अल सल्वाडोर गणराज्य, पनामा, ट्यूनीशिया और ब्रिटेन और अर्जेंटीना गणराज्य के राजदूत/उच्चायुक्त के परिचय पत्र एक डिजिटल समारोह में स्वीकार किए। कोविंद ने इन दूतों की नियुक्ति पर उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत के इन सभी पांचों देशों से मधुर संबंध हैं, जिसकी जड़ें शांति एवं समृद्धि के साझा दृष्टिकोण में समाहित हैं।
बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करने को लेकर भी उनकी सरकारों का शुक्रिया अदा किया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत हमारे सामूहिक स्वास्थ्य एवं आíथक कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कोरोना से निपटने को लेकर निर्णायक और समन्वित वैश्विक कोशिशों में अग्रिम पंक्ति में रहा है। बयान में कहा गया कि राजदूतों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कोरोना वैक्सीन मुहैया करने की कोशिशें करने को लेकर भारत की सराहना की।