स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, कोरोना से निपटने में भारत ने किया है वैज्ञानिक क्षमता का इस्तेमाल
हर्षवर्धन ने कहा कोरोना महामारी सबसे बड़ी वैश्विक चुनौतियों में से एक है। इससे निपटने के लिए रणनीति बनाकर सामूहिक प्रयास करना जरूरी है। इसमें युवा विज्ञानियों ने अहम भूमिका निभाई है। बता दें कि देश में इस वक्त पांच कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि स्वदेशी वैक्सीन के विकास से लेकर कोरोना के इलाज तक में भारत ने अपनी वैज्ञानिक क्षमता का इस्तेमाल किया है। शंघाई सहयोग संगठन के पहले वर्चुअल युवा विज्ञानी सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी ने बताया है कि इस तरह की वैश्विक चुनौतियों से निपटने में बहुपक्षीय सहयोग कितना अहम है।
हर्षवर्धन ने कहा, कोरोना महामारी सबसे बड़ी वैश्विक चुनौतियों में से एक है। इससे निपटने के लिए रणनीति बनाकर सामूहिक प्रयास करना जरूरी है। इसमें युवा विज्ञानियों ने अहम भूमिका निभाई है।
हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार के सहयोग से 100 से अधिक स्टार्ट अप ने कोरोना से निपटने के लिए नवोन्मेषी उत्पाद और समाधान मुहैया कराए हैं। उन्होंने कहा कि करीब 30 टीके विकास के विभिन्न चरणों में हैं। इनमें से दो टीके-आइसीएमआर-भारत बायोटेक के सहयोग से विकसित कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशील्ड टीका- सबसे उन्नत चरण में है।
एक दिन में कोरोना संक्रमण के 44 हजार से ज्यादा नए मामले
गौरतलब है कि मंगलवार को देश में कोरोना संक्रमण के 44 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, एक दिन में संक्रमण के 44,376 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस दौरान 481 लोगों की मौत हो चुकी है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी तक 92 लाख 22 हजार 217 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 86 लाख 42 हजार 771 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं देश में फिलहाल चार लाख 44 हजार 746 सक्रिय मामले हैं, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1,34,699 तक पहुंच गया है। इसके अलावा इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च, ICMR ने जानकारी दी है कि अभी तक 13,48,41,307 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है, जिनमें से 11,59,032 टेस्ट मंगलवार को किए गए थे।