Move to Jagran APP

बेंगलुरु की इस कंपनी ने बनाया देश का पहला स्नाइपर राइफल, सेना करेगी इस्तेमाल

बेंगलुरु स्थित एक फर्म ने देश की पहली स्वदेशी स्नाइपर राइफल प्रोटोटाइप विकसित किया है जो भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग किया जाएगा।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 09:32 AM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 10:04 AM (IST)
बेंगलुरु की इस कंपनी ने बनाया देश का पहला स्नाइपर राइफल, सेना करेगी इस्तेमाल
बेंगलुरु की इस कंपनी ने बनाया देश का पहला स्नाइपर राइफल, सेना करेगी इस्तेमाल

बेंगलुरु, एएनआइ। भारत को एक प्रमुख रक्षा विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए केंद्र सरकार जोर दे रही है। इसी कड़ी में  कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित एक फर्म ने देश की पहली स्वदेशी स्नाइपर राइफल प्रोटोटाइप विकसित किया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार जिसे भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग किया जाएगा।  SSS डिफेंस ने इन दो स्नाइपर राइफलों को बनाया है। कंपनी भारत को हथियार निर्माण और निर्यात हब बनने के रास्ते का नेतृत्व करना चाहती है। 

loksabha election banner

SSS डिफेंस के प्रबंध निदेशक ने सतीश आर मचानी ने रविवार को कहा, 'हमने रक्षा क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया' के आने के बाद इन राइफलों को डिजाइन और विकसित करना शुरू कर दिया। हम देश में हथियार विकसित करने वाले कुछ निर्माताओं में से एक बन गए हैं। । 61 वर्ष पुरानी कंपनी पहले मोटर वाहन उद्योग के लिए पार्ट्स (मुख्य रूप से स्प्रिंग्स) का निर्माण करती थी।

वैश्विक स्तर पर हथियार को पहुंचाने की कवायद

मचानी ने कहा 'हम रक्षा क्षेत्र के लिए घटकों की आपूर्ति भी कर रहे हैं। हमारा विचार है कि हमारे बलों के लिए हथियारों की एक पूरी प्रणाली हो और हम अंततः एक हथियार निर्यातक बनने की उम्मीद करते हैं। जाहिर है, हमें  वैश्विक स्तर पर अपने हथियार को पहुंचाने के लिए बहुत अधिक काम करने की जरुरत है। हमारे पास एक उत्कृष्ट अनुसंधान और विकास केंद्र है, जिससे हम इस मुकाम को हासिल करने में सफल हो सकते हैं।'

हथियार कारखाने का निर्माण करा रही कंपनी

कंपनी अपनी निर्माण इकाई के लिए जिगानी में 80 हजार वर्ग फुट के हथियार कारखाने का निर्माण भी कर रही है।हथियारों के काम के बारे में बताते हुए, सीईओ विवेक कृष्णन ने कहा, 'हमने हाई-एंड स्नाइपर राइफल्स कैलिबर को 7.62x51 मिमी और .338 लापुआ मैग्नम प्लेटफार्मों को विकसित किया है। मिशन के मानदंड और उपयोग के वातावरण के आधार पर बैरल की लंबाई के विकल्प 20 इंच से 24 इंच तक हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.