India Coronavirus Testing: देश में 90 लाख से ज्यादा टेस्ट, लगातार बढ़ रही टेस्टिंग क्षमता
भारत में कोरोना वायरस के 90 लाख से ज्यादा सैंपल टेस्ट हो गए हैं। एक जुलाई तक कोरोना वायरस के 9056173 सैंपल की टेस्टिंग हो गई है। देश में अब 1065 टेस्टिंग लैब हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत में कोरोना वायरस के 90 लाख से ज्यादा टेस्ट हो गए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार देशभर में एक जुलाई तक कोरोना वायरस के 90,56,173 सैंपल की टेस्टिंग हो गई है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अधिकारियों ने कहा कि देश में अब 1,065 टेस्टिंग लैब हैं। इनमें से सार्वजनिक क्षेत्र में 768 और निजी में 297 हैं। दैनिक टेस्टिंग की क्षमता भी तेजी से बढ़ रही है। 25 मई तक टेस्टिंग की क्षमता 1.5 लाख थी। यह अब बढ़कर तीन लाख से ज्यादा हो गई है।
देश के शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान निकाय ने कहा कि बुधवार को 2,29,588 सैंपल टेस्ट किए गए। इसके साथ ही अभी टेस्ट किए गए सैंपल की संख्या 90,56,173 हो गई। शुरुआत में देश में सिर्फ एक टेस्टिंग लैब पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) था। लॉकडाउन की शुरुआत में इसकी संख्या 100 हो गई। आइसीएमआर ने 23 जून को 1000 वें टेस्टिंग लैब को मान्यता दी।
कोरोना टेस्टिंग की संख्या जल्द ही एक करोड़ हो जाएगी
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के लिए टेस्ट किए गए लोगों की कुल संख्या जल्द ही एक करोड़ हो जाएगी। यह भारत सरकार द्वारा सभी अड़चनों को दूर करने के कारण संभव हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों ने कोरोना वायरस की टेस्टिंग बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया है। बुधवार को केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। इसके अनुसार कोरोना टेस्ट अब किसी भी पंजीकृत डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन पर किया जा सकता है। इसके लिए विशेष रूप से सरकारी डॉक्टर से प्रिसक्रिप्शन की आवश्यक नहीं है।
केंद्र की राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह
केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आइसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार टेस्टिंग के लिए मानदंडों को पूरा करने वाले निजी सहित सभी योग्य चिकित्सकों को मंजूरी देकर जल्द से जल्द टेस्टिंग की सुविधा के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी है।