India China Tension: चीन का लंबे समय तक मुकबाला करने व सर्दियों में भी LAC पर तैनात रहने के लिए सेना तैयार
भारतीय सेना ने एक संसदीय पैनल को सूचित किया है कि वह एलएसी पर लंबे वक्त तक चीन का मुकाबला करने और सर्दियों के दौरान पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में तैनाती के लिए तैयार है।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय सेना ने एक संसदीय पैनल को सूचित किया है कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लंबे वक्त तक चीन का मुकाबला करने और सर्दियों के दौरान पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में तैनाती के लिए तैयार है। एक संसदीय पैनल का ब्योरा देते हुए, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के नेतृत्व में भारतीय सैन्य अधिकारियों ने सूचित किया कि दोनों पक्षों के बीच डी-एस्केलेशन में अधिक समय लग सकता है, लेकिन भारतीय पक्ष किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है और लद्दाख सेक्टर में उसने इसके लिए व्यवस्था कर ली है।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार सीडीएस रावत और शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने संसदीय पैनल को एलएसी पर चीन की आक्रामकता की जानकारी देते हुए कहा कि चीन के सैनिक अभ्यास की आड़ में भारत के साथ सीमा का निर्माण कर रहे थे। इसके बाद शिनजियांग में तैनात सैनिक तेजी से भारतीय क्षेत्र में घुस आए। चीन के 40 हजार से अधिक सैनिक क्षेत्र में तैनात हैं और अप्रैल-मई से ही सीमा पर उसके इतने सैनिक मौजूद हैं।
कई दौर की सैन्य-स्तरीय वार्ता
भारत और चीन ने इसे लेकर कई दौर की सैन्य-स्तरीय वार्ता भी की है, लेकिन इसमें बहुत अधिक सफलता हासिल नहीं हो पाई है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि चीन भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, भारत भी चीन के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
15 जून को हुई हिंसक झड़प
बार्डर पर जारी तनाव के बीच चीन और भारतीय सेना में 15 जून को हिंसक झड़प हो गई थी। इसमें भारत के 20 जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। इस दौरान चीन को भारी नुकसान हुआ, लेकिन उसने अभी तक इसे स्वीकारा नहीं है। लद्दाख सेक्टर में भारतीय सेना की दो अतिरिक्त डिवीजन तैनात हो गई हैं, जहां पहले से ही पाकिस्तान और चीन दोनों के खिलाफ सुरक्षा के लिए दो फॉर्मेशन तैनात हैं।