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चीनी सैनिकों के पीछे लौटने की गति हुई तेज, अस्थायी निर्माण को खुद ही ध्वस्त कर रहे; ड्रोन रख रहा नजर

इन वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक अपने शिविरों को उखाड़ रहे हैं और वहां तैनात अपने टैंकों को वापस ले जा रहे हैं। वहां तैनात किए गए वाहनों को भी चीनी सैनिक स्थायी बेस की ओर ले जा रहे हैं।

By Arun kumar SinghEdited By: Published: Tue, 16 Feb 2021 08:41 PM (IST)Updated: Tue, 16 Feb 2021 08:41 PM (IST)
चीनी सैनिकों के पीछे लौटने की गति हुई तेज, अस्थायी निर्माण को खुद ही ध्वस्त कर रहे; ड्रोन रख रहा नजर
वीडियो में चीनी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील इलाके से अपने सैनिकों की वापसी की गति चीन ने तेज कर दी है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैन्य टकराव टालने के लिए हुए समझौते के अनुरूप चीनी सैनिक अपने टैंकों, हथियारों और भारी वाहनों को वापस ले जा रहे हैं। साथ ही एलएसी पर टकराव के स्थान पर बनाए गए अपने अस्थायी निर्माण को भी चीनी सेना खुद ध्वस्त कर रही है। पूरी स्थिति पर ड्रोन के जरिये निगरानी रखी जा रही है। एलएसी से आईं ताजा तस्वीरों और वीडियो में चीनी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया सही दिशा में तेजी से आगे बढ़ती साफ नजर आ रही है। सेना ने मंगलवार को पैंगोंग झील इलाके से चीनी सैनिकों के लौटने से जुड़ी ताजा तस्वीरें और वीडियो जारी किए।

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इन वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक अपने शिविरों को उखाड़ रहे हैं और वहां तैनात अपने टैंकों को वापस ले जा रहे हैं। अच्छी खासी संख्या में वहां तैनात किए गए वाहनों को भी चीनी सैनिक अपने स्थायी बेस की ओर ले जा रहे हैं। इतना ही नहीं एलएसी पर फिंगर आठ के आगे आकर चीनी सेना ने जिन अस्थायी ढांचों का निर्माण कर लिया था, उन्हें चीनी सैनिक खुद ही जेसीबी से तोड़कर ध्वस्त करते दिख रहे हैं। कैलाश रेंज के इलाके से सैनिकों की वापसी की तेज हुई गति को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी इलाके से दोनों देशों के सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुक्रवार तक पूरी हो जाएगी।

पैंगोंग इलाके में सैन्य टकराव खत्म करने के लिए हुए समझौते के तहत दोनों देशों के सैनिक अपने-अपने अग्रिम मोर्चे से पीछे लौटेंगे और वहां अप्रैल, 2020 के पहले की स्थिति सुनिश्चित करेंगे। सूत्रों के अनुसार, टकराव टालने के लिए सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया सही दिशा और गति से आगे बढ़ रही है। चीनी सेना ने फिंगर पांच के करीब बनाए गए अस्थायी ढांचे और हेलीपैड को दो दिन पहले ही ध्वस्त कर दिया था। पैंगोंग झील इलाके में सैन्य गतिरोध खत्म करने को हुए समझौते के तहत चीनी सेना पैंगोंग झील के करीब फिंगर आठ से पूरब की ओर अपनी पुरानी जगह पर लौट जाएगी।

जबकि भारतीय सैनिक फिंगर तीन के करीब धान सिंह पोस्ट के अपने अग्रिम मोर्चे पर लौट आएंगे। पैंगोंग झील इलाके से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों पक्ष जमीनी स्तर पर इसकी तस्दीक करेंगे और इसके 48 घंटे बाद भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच दूसरे इलाकों में टकराव खत्म करने पर बातचीत होगी जिसमें गोगरा, हाट स्पि्रंग और डेपसांग के इलाके से सैनिकों की वापसी का समाधान निकाला जाएगा।


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