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गलवन घाटी में शहीद जवानों के लिए समर्पित बनेगा उद्यान, 1,000 से अधिक पौधों को लगाएगा आइटीबीपी

उस स्थल से कुछ किलोमीटर दूर जहां भारतीय सुरक्षा बलों का गलवन घाटी में चीनी सेना के साथ आमना-सामना हुआ था भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने बड़े पैमाने पर पौधरोपण अभियान शुरू किया है। उद्यान को गलवन के बलवान नाम दिया गया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 23 Dec 2020 05:16 PM (IST)Updated: Wed, 23 Dec 2020 11:01 PM (IST)
गलवन घाटी में शहीद जवानों के लिए समर्पित बनेगा उद्यान, 1,000 से अधिक पौधों को लगाएगा आइटीबीपी
गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ आमना-सामना हुआ था,

 नई दिल्‍ली, एएनआइ। उस स्थल से कुछ किलोमीटर दूर जहां भारतीय सुरक्षा बलों का गलवन घाटी में चीनी सेना के साथ आमना-सामना हुआ था, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने बड़े पैमाने पर पौधरोपण अभियान शुरू किया है। उद्यान को 'गलवन के बलवान' नाम दिया गया है, 1,000 से अधिक पौधे लगाए गए हैं। इसमें उत्तरी लद्दाख का हिस्सा भी शामिल है। जल्द ही -30 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले क्षेत्र में शहीदों के सम्मान में एक उद्यान होगा। 

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यह क्षेत्र है बंजर, जल्‍द होगा आबाद  

आईटीबीपी के अनुसार, यह क्षेत्र पूरी तरह से बंजर था और इसमें कोई पौधे नहीं थे, लेकिन इन पौधों को ऐसे कठिन मौसम में बचाया जा सकता है जहां तापमान -30 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, इन्‍हें यहां लाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा आइटीबीपी (ITBP), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल आदि जैसे केंद्रीय पुलिस बलों के लिए शुरू किए गए पौधरोपण अभियान के तहत किया गया है।   

गार्डन में लगाए जाएंगे एक हजार पौधे 

आईटीबीपी के एक अधिकारी ने कहा कि हमने एक पौधरोपण अभियान शुरू किया है और अब तक हमने उस क्षेत्र में 1,000 पौधे लगाए हैं। हमने स्थानीय पौधों को लगाया है, जो इस तरह के मजबूत मौसम की स्थिति में आसानी से जीवित रह सकते हैं। जल्द ही आइटीबीपी शहीदों को समर्पित एक उद्यान बनाएगा जिसमें सभी शहीदों के लिए समर्पित स्थान होगा। हालांकि, इस साल की शुरुआत में चीन के साथ आमने-सामने होने के दौरान किसी भी आईटीबीपी जवान की मौत नहीं हुई। यह अभियान अगले साल भी जारी रहेगा और जल्द ही इस क्षेत्र में और अधिक हरियाली होगी।

चीनी और भारतीय सैनिक पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर मई की शुरुआत से ही आमने-सामने हैं। एलएसी पर स्थिति जून में खराब हो गई थी, जिसके कारण गलवन घाटी में टकराव हुआ, जिसमें दोनों पक्षों के सैनिक हताहत हुए थे। 15-16 जून को हिंसक हड़प में बीस भारतीय सैनिकों ने अपनी जान गंवा दी। यह चीनी सैनिकों द्वारा पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में एकतरफा रूप से यथास्थिति को बदलने के प्रयास के परिणामस्वरूप हुआ। 


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