सामुदायिक परियोजनाओं के लिए भारत और मालदीव में समझौता, दोनों देशों के रिश्तों में आएगी मजबूती
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और मालदीव के उनके समकक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने शुक्रवार को आपसी हितों के द्विपक्षीय क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक बातचीत की। इसके बाद दोनों विदेश मंत्रियों ने मालदीव में भारत द्वारा वित्त पोषित सामुदायिक परियोजनाओं के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
नई दिल्ली, प्रेट्र। विदेश मंत्री एस. जयशंकर और मालदीव के उनके समकक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने शुक्रवार को आपसी हितों के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक बातचीत की। इसके बाद दोनों विदेश मंत्रियों ने मालदीव में भारत द्वारा वित्त पोषित सामुदायिक परियोजनाओं के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के प्रेसीडेंट चुने गए शाहिद तीन दिवसीय यात्रा पर बुधवार को भारत पहुंचे थे। जयशंकर ने उनके साथ मुलाकात को गर्मजोशी भरा करार दिया और यूएनजीए प्रेसीडेंट के तौर पर उनके कार्यकाल को पूरे समर्थन का वादा किया। वहीं, शाहिद ने कहा कि जयशंकर की निजी प्रतिबद्धता की वजह से भारत और मालदीव की साझेदारी मजबूत हो रही है।
इससे पहले दिन में शाहिद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। एक सरकारी बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने शाहिद को चुनाव में उनकी शानदार जीत के लिए बधाई दी और कहा कि यह विश्व मंच पर मालदीव के बढ़ते कद को प्रदर्शित करती है।
प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र के संगठनों समेत बहुपक्षीय व्यवस्थाओं में सुधार की अहमियत पर जोर दिया ताकि उसमें दुनिया की वर्तमान वास्तविकताएं और विश्व की बहुसंख्यक आबादी की आकांक्षाएं परिलक्षित हो सकें। इस दौरान शाहिद ने उनके देश के विकास में भारत के लगातार समर्थन और सहायता की सराहना की। बता दें कि हिंद महासागर क्षेत्र में मालदीव भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है।
मालदीव में चीनी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन
चीन में उइगर मुस्लिमों के साथ व्यवहार के खिलाफ लोगों ने शुक्रवार को मालदीव में चीनी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी हाथों में पोस्टर लिए हुए थे जिसमें 'लोन शार्क' और 'चाइना आउट' लिखा हुआ था। युवाओं ने मालदीव सरकार पर बढ़ते चीन के कर्ज के बारे में भी चिंता व्यक्त की।