कोरोना संकट के बीच सावधानी से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस, जानिए- किस नेता ने क्या कहा
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी सरकारों की उपलब्धियां गिनाई तो कोरोना के खिलाफ युद्ध के प्रति लोगों को सजग भी किया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। देशभर में 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते समारोहों में लोगों की उपस्थिति कम रही और स्वच्छता व शारीरिक दूरी का भी विशेष ख्याल रखा गया। नेताओं ने कहा कि कोरोना से डरने की नहीं, सतर्क रहने और जागरूकता फैलाने की जरूरत है। राज्यों में सरकारी समारोह ध्वजारोहण तक ही सीमित रहे। कार्यक्रम में जहां आम लोगों की मौजूदगी बहुत कम रही, वहीं मेहमान भी गिने-चुने ही शामिल हुए।
इस मौके पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी सरकारों की उपलब्धियां गिनाई, तो कोरोना के खिलाफ युद्ध के प्रति लोगों को सजग भी किया। महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्रियों ने कोरोना से मुक्ति के लिए भारत छोड़ों आंदोलन की तर्ज पर ही जनजागरूकता अभियान शुरू करने का आह्वान किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना ने हमारी निजी आजादी को सीमित कर दिया है, लेकिन हमें साथ मिलकर स्वच्छता, अनुशासन और मास्क जैसे हथियारों से इसे हराना है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि महामारी ने विकास की गति को कम कर दिया है, लेकिन उनकी सरकार वापसी को लेकर प्रतिबद्ध है। महामारी के चलते 15 वर्ष में पहली बार गांधीनगर में समारोह का आयोजन हुआ। पीएम मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने जिला मुख्यालयों पर स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित करने की परंपरा शुरू की थी।
हर जिंदगी है अहम
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में चिकित्सा सुविधाएं मुफ्त मुहैया कराई है, ताकि पैसे के अभाव में कोरोना का कोई मरीज इलाज से वंचित नहीं रहने पाए। भुवनेश्वर के प्रदर्शनी मैदान में आयोजित समारोह में पटनायक ने कहा कि हर व्यक्ति का जीवन महत्वपूर्ण है।
धीरे-धीरे सुधर रहे हालात
कोरोना से ठीक होकर लौटे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि महामारी से डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि महामारी के चलते हर क्षेत्र को बहुत नुकसान पहुंचा है। लेकिन अब धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं।
1985 के समझौते को लागू करने का संकल्प
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि उनकी सरकार 1985 के समझौते को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस समझौते में राज्य के लोगों के हितों की रक्षा करने के प्रावधान हैं। गुवाहाटी में तिरंगा फहराने के बाद उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर जिले में धान खरीद केंद्र खोले जाएंगे, ताकि किसानों को उनके उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल सके।
विशेष राज्य का दर्जा मांगते रहेंगे
विजयवाड़ा में ध्वजारोहण के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि उनकी सरकार केंद्र से राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग करती रहेगी और केंद्र को एक न एक दिन यह मांग माननी पड़ेगी। राज्य में तीन राजधानी बनाने के फैसले का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि इससे सत्ता का विकेंद्रीकरण होगा और सभी क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित होगा।
नए भारत के निर्माण के लिए सभी साथ आएं
केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने धर्मनिरपेक्षता को मजबूत करते हुए नए भारत के निर्माण के लिए सभी से साथ मिलकर काम करने को कहा। क्वारंटाइन में होने के कारण विजयन स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल नहीं हुए। वह कोरोना संक्रमित पाए गए मलप्पुरम के डीएम के संपर्क में आए थे।