लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामलों में हुई बढ़ोतरी, महिला आयोग को मिली 315 शिकायतें
अप्रैल के महीने में महिला आयोग को महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की कुल 315 शिकायतें मिली हैं। यह सारी शिकायतें ऑनलाइन और वाट्सऐप से मिली हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। लॉकडाउन-2 के दौरान एक युवती को उसकी घर पर शादी करने के लिए मारा-पीटा गया। और एक अन्य मामले में एक भाई ने ससुराल में अपनी बहन को पीटे जाने पर उसे बचाने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग से शिकायत की है। अप्रैल के महीने में महिला आयोग को महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की कुल 315 शिकायतें मिली हैं। यह सारी शिकायतें ऑनलाइन और वाट्सऐप से मिली हैं। पिछले साल अगस्त से लेकर अब तक यह घरेलू हिंसा की शिकायतों में यह सबसे अधिक इजाफा है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्लू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने रविवार को कहा कि 25 मार्च से जारी लॉकडाउन के जरिये उत्पीड़न करने वाला और पीडि़ता दोनों ही एक ही घर में बंद हैं। इसी के चलते एनसीडब्लू ने वाट्सऐप पर एक हेल्पलाइन नंबर (7217735372) जारी किया है। ताकि पीडि़त महिलाएं इस नंबर पर शिकायत कर सकें। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा की कुछ केस स्टडी भी साझा की हैं।
इनमें से एक मामले में एक युवती को उसके माता-पिता ने घर पर ही पीटा ताकि वह शादी कर ले। उस युवती को बचाकर पुलिस ने शेल्टर होम में रखा है। दूसरी ओर, त्रिपुरा में एक भाई ने महिला आयोग से गुहार लगाई कि उसी शादीशुदा बहन को उसके ससुराल में पीटा जा रहा है। लेकिन वह लॉकडाउन के चलते खुद को बचाने के लिए घर से बाहर नहीं निकल पा रही है।
दरअसल जब से देश में लॉकडाउन लागू हुआ है उसके बाद से अधिकतर लोग अपने-अपने घरों में कैद है, आफिस, माल, रेस्टोरेंट जैसी तमाम चीजें बंद पड़ी हुई है। लोग घरों में रहने को मजबूर है। इस दौरान पति-पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ किसी न किसी बात को लेकर बहस हो रही है इस वजह से परिवारों में झगड़े हो रहे हैं। ऐसे में कई महिलाएं महिला आयोग में शिकायत दर्ज करवा रही हैं तो कुछ महिलाएं एक मौका दे रही हैं। दिल्ली सहित अन्य जगहों पर रोजाना ही घरेलु हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं।