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मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा में दो कोयला खदानों का शुभारंभ, सालाना होगा 14 लाख टन उत्पादन

छिंदवाड़ा में छिंदवाड़ा जिले के पेंच क्षेत्र की धनकसा और कन्हान क्षेत्र की शारदा खदान का शुभारंभ कर दिया गया है। इनसे सालाना होगा 14 लाख टन कोयला उत्पादन होगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 09:12 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jun 2020 09:12 PM (IST)
मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा में दो कोयला खदानों का शुभारंभ, सालाना होगा 14 लाख टन उत्पादन
मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा में दो कोयला खदानों का शुभारंभ, सालाना होगा 14 लाख टन उत्पादन

भोपाल/जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा, जेएनएन। मध्‍य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को ई-लिंक के माध्यम से छिंदवाड़ा जिले के पेंच क्षेत्र की धनकसा, कन्हान क्षेत्र की शारदा खदान और महाराष्ट्र के नागपुर की अदसा खदान का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी ऑनलाइन जुड़े थे। बटन दबाने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में इन कोयला खदानों के खुलने से प्रगति का नया अध्याय प्रारंभ होगा।

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बगैर कोयले के अर्थव्यवस्था बढ़ाना संभव नहीं

कोयला मंत्री जोशी ने कहा कि बगैर कोयले के देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाना संभव नहीं है। कोल उत्पादन से बिजली बढ़ेगी और देश की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री गडकरी, प्रहलाद जोशी और कोल इंडिया के प्रति आभार भी जताया। उन्होंने बताया कि उक्‍त दोनों भूमिगत खदानें शुरू करने के लिए पिछले कार्यकाल से ही कोशिशें की जा रही थीं। धनकासा भूमिगत खदान से 458 करोड़ रुपये और शारदा भूमिगत खदान से 57 करोड़ के कैपिटल इन्वेस्टमेंट की योजना है।

सालाना 1.4 लाख टन कोयला का होगा उत्पादन

अनुमान है कि दोनों खदानें सालाना 1.4 लाख टन कोयला का उत्पादन करेंगी। इन खदानों का कोयला बैतूल जिले के सारणी पावर प्लांट भेजा जाएगा, जिससे बिजली उत्पादन और बढ़ेगा। इसके पहले ई-ओपनिंग के बाद खदान स्थल पर पूजा-अर्चना कर जेसीबी से खुदाई प्रारंभ की गई। चौहान ने कहा कि केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में दी गई 20 करोड़ रुपये की राशि के लिए वे उनके आभारी हैं।

एक बिलियन मीट्रिक टन से अधिक उत्पादन लक्ष्य

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि वर्ष 2023-24 तक कोयला मंत्रालय एवं कोल इंडिया ने मिलकर एक बिलियन मीट्रिक टन से अधिक कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है। कोल इंडिया के पास इतनी खदानें हैं कि 100 वर्षों तक संचालित की जा सकती है। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि शारदा, धनकसा एवं अन्य खदानों के कोयले से यूरिया बनाकर किसानों के लिए उपयोग में लाई जा सकती है। उन्होंने कोल क्षेत्र में मीथेन गैस से सीएनजी बनाने की बात भी कही।

मीथेन और यूरिया उत्पादन पर होगा काम

मुख्यमंत्री चौहान कहा कि गडकरी द्वारा दिए गए सुझाव के अनुसार मध्य प्रदेश में कोल बैड मीथेन और यूरिया उत्पादन की संभावना को साकार करने के लिए कार्य किया जाएगा। एक हजार से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार छिंदवाड़ा जिले की इन दो भूमिगत कोयला खदानों से मध्य प्रदेश में एक हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। अगले चार साल में कोल इंडिया 20 खदानें शुरू करेगा, इनमें छह मध्यप्रदेश में होंगी। खनिज संपदा में आगे मध्‍य प्रदेश कोयला उत्पादन में देश में चौथे स्थान पर है।

सालाना 239 मीलियन टन उत्पादन

मध्‍य प्रदेश में सालाना 239 मीलियन टन कोयले का उत्पादन होता है। इससे प्रदेश को दो हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्‍त होता है। गडकरी की तारीफ की ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी महाराष्ट्र के विकास के लिए चिंतित रहते हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि गत छह वर्ष में देश में कोयला उत्पादन में वृद्धि हुई है। कोल माइनिंग में खदान से रेलवे साइडिंग तक अधोसंरचना विकास के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के पूंजी निवेश का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है।  


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