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नेशनल डाटाबेस : 90 फीसद से अधिक थाने दर्ज कर रहे रिपोर्ट

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि देश के 15,640 पुलिस थानों में से 14,243 थाने 100 फीसद एफआइआर सीसीटीएनएस के माध्यम से दर्ज कर रहे हैं जो कि कुल दर्ज रिपोर्ट का 91.06 प्रतिशत है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 08:56 PM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 08:58 PM (IST)
नेशनल डाटाबेस : 90 फीसद से अधिक थाने दर्ज कर रहे रिपोर्ट
नेशनल डाटाबेस : 90 फीसद से अधिक थाने दर्ज कर रहे रिपोर्ट

 नई दिल्ली, प्रेट्र। देश के 90 फीसद से अधिक पुलिस स्टेशन अखिल भारतीय पुलिस नेटवर्क (सीसीटीएनएस) में अपनी एफआइआर दर्ज कर रहे हैं। इसके माध्यम से अब कोई भी राज्य अपराध और अपराधियों का रिकॉर्ड रियल टाइम समय में प्राप्त कर सकता है। बता दें कि द क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (सीसीटीएनएस) को 2009 में लागू किया गया था। वर्तमान समय में इसके आठ करोड़ से अधिक डाटा मौजूद है।

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गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि देश के 15,640 पुलिस थानों में से 14,243 थाने 100 फीसद एफआइआर सीसीटीएनएस के माध्यम से दर्ज कर रहे हैं जो कि कुल दर्ज रिपोर्ट का 91.06 प्रतिशत है। यही नहीं अब तक 15,546 पुलिस थानों में सीसीटीएनएस सिस्टम इंस्टाल किया जा चुका है।

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दरअसल, वर्ष 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के बाद तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने सीसीटीएनएस की संकल्पना की थी। इसके पीछे सभी राज्यों के थानों और केंद्र शासित प्रदेशों के अपराधों के रिकॉर्ड को कोर अप्लीकेशन साफ्टवेयर में रखना था।

परियोजना के तहत सभी थानों और जांच अधिकारियों के 5,000 कार्यालयों को आपस में जोड़ना था। इतना ही नहीं सभी थानों में दर्ज होने वाली एफआइआर, जांच और चार्जशीट के डाटा को भी डिजिटाइज करना है।


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