अलवर में फिर उन्मादी भीड़ की हिंसा, कथित गौ-तस्कर की भीड़ ने पिटाई की
राजस्थान के अलवर में एक बार फिर से उन्मादी भीड़ की हिंसा का मामला सामने आया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के अलवर में एक बार फिर से उन्मादी भीड़ की हिंसा का मामला सामने आया है। शनिवार आधी रात बाद अलवर जिले के ग्रामीण इलाके में भीड़ ने कथित गो-तस्कर की जमकर पिटाई की । पिटाई में घायल कथित गो-तस्कर सगीर खान को अलवर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सगीर खान की पिकअप में 6 गायें थी, जिन्हें मुक्त करवाकर गौशाला में भेज दिया गया । घटना अलवर जिले में किशनगढ़बास के बघेरी खुर्द गांव की है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो सगीर खान जंगल में अकेला गंभीर हालात में मिला, जिसे अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है। सगीर खान की पहचान अलवर जिले के मिर्जापुर निवासी के रूप में हुई है ।
पहले भी हो चुकी है इस तरह की घटनाएं
अलवर ऐसी जगह रही है, जहां गो तस्करी के नाम पर भीड़ द्वारा मार-पीट करने की कई घटनाएं हो चुकी है। अलवर के रामगढ़ में गोतस्करी और उन्मादी भीड़ की हिंसा की घटनाएं देशव्यापी चर्चा का विषय बनी है। पहलू और रकबर खान भी इसी इलाके में भीड़ का शिकार बने थे।
उल्लेखनीय है कि अलवर के रामगढ़ थाना क्षेत्र के लालवंडी गांव में 21 जुलाई को रकबर खान की कथित गोरक्षकों की पिटाई के बाद रामगढ़ थाने में मौत हो गई थी । इस मामले को लेकर काफी सियासी हंगामा खड़ा हुआ था। इसके बाद कथित गो रक्षकों पर लगाम लगाने के लिए कई कदम उठाए थे। पुलिस ने निपटने के लिए 110 कथित गो रक्षकों की सूची तैयार की थी । इस घटना को लेकर अलवर पुलिस ने गोरक्षकों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जिसके आधार पर कानून अपने हाथ में लेने और गुंडागर्दी करने वाले 25 गोरक्षकों को पुलिस ने नामजद किया था।
नामजद गोरक्षकों को अदालत से पाबंद करा दिया गया था,वहीं एक दर्जन गोरक्षकों के खिलाफ धारा 110 के तहत कार्रवाई की गई थी । इसी तरह पहलू खान की भी कथित गो रक्षकों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी । अप्रैल 2017 में 55 साल के पहलू खान की गोरक्षकों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी ।