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भारतीय वैज्ञानिकों की बड़ी खोज, अब अंडे के छिलके से जुड़ेंगी हड्डियां, जानें कैसे...

Bone substitutes from egg shells आइआइटी हैदराबाद और एनआइटी जालंधर के शोधकर्ताओं ने अंडे के छिलके से हड्डी का इंप्लांट बनाने की प्रक्रिया विकसित की है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 10:16 AM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 12:29 PM (IST)
भारतीय वैज्ञानिकों की बड़ी खोज, अब अंडे के छिलके से जुड़ेंगी हड्डियां, जानें कैसे...
भारतीय वैज्ञानिकों की बड़ी खोज, अब अंडे के छिलके से जुड़ेंगी हड्डियां, जानें कैसे...

नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आइआइटी) हैदराबाद और डॉ. बीआर आंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआइटी) जालंधर के शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने अंडे के छिलके से हड्डी का इंप्लांट बनाने की प्रक्रिया विकसित की है। शोधार्थियों ने बताया कि वे हड्डी की सब्स्टीट्यूट सामग्री जैसे कि ट्राइकैल्शियम फॉस्फेट (टीसीपी) को बिना किसी जहरीले रसायन का प्रयोग किए प्राकृतिक स्रोत से बनाना चाहते थे।

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छिलके में कैल्शियम युक्त 95.1% मिनरल 
शोधकर्ताओं ने बताया कि उनकी नजर में सामग्री बनाने के लिए सबसे बड़ा प्राकृतिक स्रोत अंडे के छिलका था। अंडे के छिलके में अधिकतर कैल्शियम से युक्त मिनरल (95.1 प्रतिशत) होते हैं। इसके साथ ही प्रोटीन और पानी भी होता है। आधुनिक चिकित्सा में हड्डी के टूटने पर या उसे हटाए जाने पर या तो किसी दाता से उसे लिया जाता है या फिर कृत्रिम सामग्री का उपयोग करके बनाया जाता है। कृत्रिम सामग्री जैसे कि प्लास्टर ऑफ पेरिस और कैल्शियम फास्फेट आदि हैं।

छिलके में जैव सक्रिय आयन
शोधकर्ताओं के अनुसार अंडे के छिलके से बने बॉयो सेरेमिक में अन्य सेंथेटिक पाउडर के मुकाबले स्वाभाविक रूप से ज्यादा जैव अनुकूलता होती है। अंडे के छिलके में जैव सक्रिय आयन तत्व पाए जाते हैं। शोधकर्ताओं ने अंडे के छिलकों से ट्राइकैल्शियम फॉस्फेट (टीसीपी) नौनोपाउडर तैयार किया है। सक्रिय कैल्शियम फॉस्फेट पाउडर के उत्पादन के लिए उन्होंने एक मिलिंग प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जिसे बॉल मिलिंग कहा जाता है। उन्होंने बताया कि अंडे के खोल के कचरे से बनी सामग्री व्यावसायिक रूप से उपलब्ध टीसीपी का स्थान ले सकती है। 

अंडे खाने से मजबूत होती हैं हड्डियां
इससे पहले के अध्‍ययन में अंडे को प्रोटीन, कैल्शियम व ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत माना गया है। यह सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए जरूरी होते हैं। इसके अलावा कैल्शियम से दांत व हड्डियां मजबूत होती हैं। अंडे खाने से शरीर को जरूरी अमीनो एसिड मिलता है जो स्टैमिना बढ़ता है। अंडे में विटामिन ए पाया जाता है जो बालों को मजबूत बनाने के साथ आंखों की रोशनी भी बढ़ाता है। अंडे में मिलने वाला फोलिक एसिड व विटामिन बी-12 स्तन कैंसर से बचाता है। विटामिन बी-12 दिमागी प्रक्रिया को तेज करता है और स्मरण शक्ति बढ़ाता है।

ज्‍यादा अंडे खाने के नुकसान भी
अभी हाल ही में अमेरिका की मैसाचुसेट्स लोवेल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अमेरिका में लगभग 30,000 वयस्कों के आहार, स्वास्थ्य और जीवनशैली की आदतों को 31 वर्षों तक अध्ययन किया। अध्‍ययन में पाया गया कि ज्यादा मात्रा में अंडे के सेवन से इसमें मौजूद कोलेस्ट्रोल शरीर को बीमार कर देता है। अमेरिका के कृषि विभाग के मुताबिक, एक बड़े अंडे में 200 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। एक दिन में 300 मिलीग्राम से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल लेने पर हृदय संबंधी विकार होने का खतरा 17 फीसद होता है जबकि मृत्य का खतरा 18 फीसद तक बढ़ जाता है।  


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