आइएएस अधिकारी की वेबसाइट बनी डिजिटल पाठशाला की रोल मॉडल, अपलोड किए 1500 से ज्यादा वीडियो और पीडीएफ फाइल
प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने अपनी वेबसाइट पर विभिन्न विषयों के करीब डेढ़ हजार से ज्यादा वीडियो और पीडीएफ फाइल अपलोड की हैं।
मृगेंद्र पांडेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला की वेबसाइट अब डिजिटल पढ़ाई के लिए रोल मॉडल बन गई है। शुक्ला ने अपनी वेबसाइट पर विभिन्न विषयों के करीब डेढ़ हजार से ज्यादा वीडियो और पीडीएफ फाइल अपलोड की हैं। इसमें विद्यार्थियों को पढ़ाई के नए-नए तरीकों की जानकारी दी जा रही है।
खास बात यह है कि अधिकांश वीडियो छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ा रहे सरकारी स्कूल के शिक्षकों के हैं। शिक्षक वीडियो के माध्यम से न सिर्फ विज्ञान की पढ़ाई करा रहे हैं, बल्कि सामाजिक विज्ञान और इतिहास को भी बेहतरीन तरीके से समझा रहे हैं। यह वीडियो और पीडीएफ फाइल नि:शुल्क हैं और कोई भी इसे डाउनलोड कर सकता है। प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि वे इस वेबसाइट की निगरानी खुद करते हैं।
चिड़ियों और पक्षियों का इस्तेमाल
तिल्दा के नारायण प्रसाद देवांगन ने अक्षरों में 'उ' की मात्रा लगाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस वीडियो में एक बतख की चोंच को दिखाया गया है। इस चोंच की उ की मात्रा से तुलना की गई है। इसके बाद एक-एक शब्द पर उ की मात्रा लगाकर सही शब्दों की जानकारी दी जा रही है। वीडियो को रोचक बनाने के लिए चिड़ियों और पक्षियों का इस्तेमाल किया गया है।
बापू से जुड़ी पांच चीजों का महत्व
एक वीडियो में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़ी पांच चीजों का महत्व बताया गया है। इसमें चश्मा, लाठी, चरखा, धोती और घड़ी का प्रदर्शन किया गया है। बच्चों में चिंतन क्षमता को बढ़ाने, बौद्धिक विकास और सहिष्णुता की भावना को बढ़ाने के उद्देश्य से यह वीडियो तैयार किया गया है। चरखा से देश को स्वावलंबी बनाने का विचार, धोती से फिजूलखर्ची कम करने और बचत की भावना का विकास और घड़ी के माध्यम से समय के सदुपयोग की जानकारी दी गई है।