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लोन एप धोखाधड़ी मामले में एक और चीनी नागरिक गिरफ्तार, अब तक 16 पकड़े गए, 80 करोड़ रुपए किए फ्रीज

लोन एप मामले (Loan app fraud case) में पुलिस ने अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए एक चीनी नागरिक समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। हैदराबाद पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किए हैं। पुलिस ने कुल 27 मामले दर्ज किए हैं...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 31 Dec 2020 08:37 PM (IST)Updated: Thu, 31 Dec 2020 08:59 PM (IST)
लोन एप मामले में पुलिस ने एक चीनी नागरिक समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।

हैदराबाद, पीटीआइ/एएनए। पुलिस ने लोन एप मामले (Loan app fraud case) में अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए एक चीनी नागरिक समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर कर्जदारों को कर्ज की वसूली के लिए प्रताडि़त करने का आरोप है। हैदराबाद पुलिस ने इस सिलसिले में 27 मामले दर्ज किए हैं और अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए इन लोगों में तीन चीनी नागरिक शामिल हैं।

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हैदराबाद एसीपी (अपराध) शिखा गोयल (Shikha Goel) ने बताया कि लोन एप धोखाधड़ी मामले (Loan App Fraud Case) में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि चार कंपनियां 30 लोन एप से जुड़ी हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, पुलिस ने लगभग 10 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। इन खातों में कुल 80 करोड़ रुपए की रकम जमा बताई जाती है।

हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) ने बताया कि 27 वर्षीय चीनी नागरिक को दिल्ली हवाई अड्डे से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह देश से भागने की तैयारी कर रहा था। वह लोन एप का संचालन करने वाली चार कंपनियों का प्रमुख है। इसके अलावा इस काम में अहम भूमिका निभाने वाले आंध्र प्रदेश के कुर्नूल निवासी एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है।

हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) के मुताबिक, शुरुआती जांच से पता चला है कि लगभग 21,000 करोड़ रुपये का 1.4 करोड़ लेन-देन अब तक हुआ है। यह लेन-देन इन कंपनियों से जुड़े बैंक खातों के जरिये किया गया है। पुलिस का कहना है कि बिटकॉइन के जरिये बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय लेन-देन भी किया गया है।

22 दिसंबर को पुलिस (Hyderabad Police) ने कहा था कि उसने गुड़गांव और हैदराबाद के पांच कॉल सेंटरों से जुड़े 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग लोन डिफॉल्टरों को पहले समझाते थे। उसके बाद उन्हें प्रताडि़त करते थे और धमकी देते थे। चार कंपनियों की ओर से इन कॉल सेंटरों का संचालन किया जा रहा था। ये कंपनियां एप के जरिये लोन देकर ब्याज और प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर उनसे भारी वसूली करती हैं। 


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