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Hyderabad Encounter: आरोपितों के परिजनों से बात करेगी मानवाधिकार आयोग की टीम

मानवाधिकार टीम ने शनिवार को महबूबनगर जिले के सरकारी अस्पताल के का दौरा किया था जहां पोस्टमॉर्टम के बाद चारों आरोपितों के शवों को रखा गया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 05:58 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 06:43 PM (IST)
Hyderabad Encounter: आरोपितों के परिजनों से बात करेगी मानवाधिकार आयोग की टीम
Hyderabad Encounter: आरोपितों के परिजनों से बात करेगी मानवाधिकार आयोग की टीम

हैदराबाद, प्रेट्र। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने महिला चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या के चार आरोपितों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की जांच रविवार को लगातार दूसरे दिन जारी रखी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपितों के परिजनों को नारायणपेट जिले से शहर लाया गया। मानवाधिकार आयोग की टीम के उनका बयान दर्ज करने की संभावना है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, मानवाधिकार आयोग की जांच जारी है।

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शुक्रवार तड़के हुई मुठभेड़ को लेकर पुलिस की कार्रवाई के बारे में बहस छिड़ने के एक दिन बाद आयोग ने तथ्य का पता लगाने के लिए एक टीम भेजी थी। टीम ने शनिवार को महबूबनगर जिले के सरकारी अस्पताल के का दौरा किया था, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद चारों आरोपितों के शवों को रखा गया है। आयोग की टीम में फॉरेंसिक मेडिसिन के विशेषज्ञ भी शामिल हैं।

चारों आरोपितों के शवों का महबूबनगर के सरकारी जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम किया गया है और उसकी वीडियोग्राफी की गई। तेलंगाना हाई कोर्ट ने शुक्रवार को सरकार को निर्देश दिया था कि वह चारों आरोपितों के शवों को नौ दिसंबर की रात आठ बजे तक सुरक्षित रखे। अदालत सोमवार को मामले की सुनवाई करेगी।

बता दें कि तेलंगाना में पशु चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या के मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 4 अभियुक्तों की पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में उनरी मौत हो गई थी। चारों आरोपितों की मीडिया रिपोर्टों पर NHRC ने तुरंत संज्ञान लिया। एनएचआरसी ने अपने महानिदेशक से कहा था कि वह इस मामले की जांच के लिए तुरंत एक टीम भेजे। एक एसएसपी की अध्यक्षता में आयोग के जांच प्रभाग की टीम से जल्द मौके पर पहुंचेगी और इस मामले में जल्द से जल्द रिपोर्ट भी सौंपेगी।

एनकाउंटर पर सुप्रीम कोर्ट की 2014 की गाइडलाइंस

एनकाउंटर होने के बाद उसकी एफआईआर दर्ज होना जरूरी है। एनकाउंटर में मारे गए या घायल हुए लोगों के परिवार को तुरंत सूचना देनी होगी। सभी मौतों की मजिस्ट्रेट जांच होगी। एनकाउंटर की जांच सीआईडी की टीम या किसी दूसरे पुलिस स्टेशन की टीम करेगी। ये जांच एनकाउंटर में शामिल टीम के प्रमुख से एक पद ऊंचे अधिकारी की निगरानी में होगी।


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