स्वास्थ्य मंत्री की चेतावनी- अगर त्योहारों में लापरवाही की तो देश में विकराल हो जाएगा कोरोना
सोशल मीडिया फॉलोअर्स के साथ संडे संवाद प्लेटफॉर्म पर आज चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने त्योहारों के मौसम में कोरोना से कैसे बचें इसको लेकर बातचीत की। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह त्योहारों को सावधानीपूर्वक मनाएं।
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में त्योहारों का मौसम अब काफी करीब आ गया है। अगले सप्ताह से नवरात्र की शुरुआत होने के साथ त्योहार का सीजन शुरू हो जाएगा। आने वाले समय में दशहरा, धनतेरस और दिवाली जैसे बड़े त्योहार आने वाले हैं, जिसमें लोग बाजार करने के लिए घरों से बाहर निकलते हैं। नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, दीवाली, छठ जैसे त्योहारों को देखते हुए देश में कोरोना के मामलों में उछाल आने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
इसी आशंका के मद्देनजर देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज जनता से संवाद किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने आज लोगों को त्योहारों के मौसम में कोरोना से बचाव के तरीके समझाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह त्योहारों के मौसम में सावधानी बरतें, अन्यथा कोरोना फिर से विकराल हो जाएगा। सोशल मीडिया फॉलोअर्स के साथ 'संडे संवाद' प्लेटफॉर्म पर चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री नेे त्योहारों के मौसम में कोरोना से कैसे बचें इसको लेकर बातचीत की।
स्वास्थ्य मंत्री की चेतावनी !
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आप इसे मेरी चेतावनी समझ लें या फिर सलाह, लेकिन अगर त्योहारों के दौरान हमने लापरवाही की तो कोरोना फिर से विकराल हो जाएगा। उन्होंने जनता से ये भी कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग को जीतने के लिए हमें पीएम मोदी के जन आंदोलन को गंभीरता से लेना होगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने इसके साथ ही कहा कि दुनिया का कोई भी भगवान या धर्म ये नहीं कहता है कि आप जिंगी को खतरे में डालकर त्योहार मनाएं। उन्होंने लोगों से सावधानीपूर्व त्योहार मनाने की अपील कती। उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान 'दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी' का पालन जरूर करें। त्योहारों पर बाहर जाने के बजाय घर पर रहकर परिवार के साथ त्योहार मनाएं।
क्या सर्दियों में बढ़ेगा कोरोना !
सर्दियों में कोरोना के मामले बढ़ने की संभावना से जुड़े एक सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है जिससे ये पता चल सके कि वातावरण में होने वाले परिवर्तन से कोरोना पर कोई असर पड़ता है कि नहीं।
इससे पहले नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता वाली विशेषज्ञों की समिति ने इस विषय पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि अगर आने वाले त्योहारों को लेकर सावधानी नहीं बरती गई तो अकेले दिल्ली में रोजाना कोरोना के 15,000 नए मामले आ सकते हैं।
कोरोना की दूसरी लहर की संभावना !
भारत ने 7 अक्टूबर के बाद से कोरोना वायरस के नए दैनिक मामलों की संख्या में गिरावट देखी है, जिससे यह संकेत मिलता है कि कोरोना वायरस की पहली लहर देश में खत्म होने के संकेत दे रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इस बीच कहा है कि देश में एक्टिव मामलों की संख्या लगातार गिर रही है। ऐसे में त्योहारों के मौसम में लापरवाही बरतने से ये लहर दोबारा आ सकती है।