श्रीनगर: लापता सैनिकों की कोई खबर नहीं, बचाव अभियान में बाधा बना खराब मौसम
जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ भारी हिमपात के बाद लापता हुए पांचों सैनिकों को जीवित होने की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि बर्फीले तूफान जैसी स्थिति जवानों की तलाश और बचान कार्यों में बाधा डाल रही है।
श्रीनगर (पीटीआई)। श्रीनगर में हिमस्खलन में लापता हुए जवानों की तलाश जारी है। जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास भारी हिमपात के बाद लापता हुए पांचों सैनिकों के जीवित होने की उम्मीद की जा रही है।बर्फीले तूफान जैसी स्थिति जवानों की तलाश और बचान कार्यों में बाधा डाल रही है।
सोमवार से जम्मू-कश्मीर के ऊंची पहाड़ी वाले इलाकों का मौसम बेहद खराब हो रखा है। भारी बर्फबारी की वजह से आए हिमस्खलन के बाद से सेना के पांच जवान लापता हैं। जानकारी के अनुसार, दो सैनिक कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में पहाड़ी की ढलान से फिसलने के बाद से लापता हैं, जबकि तीन अन्य सैनिक बांदीपोरा जिले के गुरेज इलाके की पोस्ट से लापता हैं।
जवानों के लापता होने के तुरंत बाद से नौगाम और गुरेज इलाके में खोज और बचाव कार्य चल रहा है, लेकिन अबतक लापता जवानों का पता लगाने में असफल रहे हैं। सेना के एक अफसर ने बताया, 'जवानों की लोकेशन का अभी तक भी पता नहीं लगाया जा सका है। भारी बर्फबारी के कारण स्थिति बेहद खराब हो रखी है, मौसम की प्रतिकूल स्थिति बचाव अभियान में बाधा पैदा कर रही है।'
गौरतलब है कि गुरेज सेक्टर में तीन और नौगाम सेक्टर में सेना के दो सैनिक अपनी ड्यटी पर तैनात थे। सोमवार सुबह से ही भारी बर्फबारी हो रही थी। कई रास्ते बर्फबारी के चलते ब्लॉक हो रखे हैं। हिमस्खलन की वजह से पांचों जवानों का संपर्क सबसे टूट गया, तब से लेकर अबतक जवानों की कोई खोज-खबर नहीं मिली है। बता दें कि इसी साल जनवरी में गुरेज सेक्टर में ही सेना के करीब 10 जवान और चार आम आदमी बर्फीले तूफान की वजह से अपनी जान से हाथ धो बैठे थे।
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