हिज्बुल चीफ सलाहुद्दीन ने पाक की मदद से भारत पर आतंकी हमले की बात कबूली
सलाहुद्उीन हिज्बुल मुजाहिदिन का प्रमुख है, जिसने पिछले साल भारतीय बलों के लिए कश्मीर घाटी को कब्रिस्तान बनाने की धमकी दी थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। पाकिस्तान भले ही दावे करता आ रहा हो कि उसकी जमीं से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दिया जा रहा है। मगर हर बार उसकी पोल खुल जाती है। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे से ठीक पहले डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा वैश्विक अातंकी घोषित किए गए सैयद सलाहुद्दीन ने खुलेआम एक पाक टीवी चैनल पर स्वीकार किया है कि उसने और उसके आतंकी संगठन ने भारत में हमले किए हैं।
सलाहुद्उीन हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रमुख है, जिसने पिछले साल भारतीय सुरक्षा बलों के लिए कश्मीर घाटी को कब्रिस्तान बनाने की धमकी दी थी।
जियो टीवी को दिए एक इंटरव्यू में सलाहुद्दीन ने कहा, अब तक हमारा पूरा ध्यान भारतीय पेशेवर बलों पर था। सभी ऑपरेशन जो हमने चलाए या जारी हैं, हमारा पूरा फोकस इन सुरक्षा बलों के प्रतिष्ठानों पर था। वहीं कश्मीर को अपना 'घर' बताते हुए कहा कि बुरहान वानी की हत्या के बाद से घाटी में विद्रोह बढ़ा है।
सलाहुद्दीन ने यह भी खुलासा किया कि भारत में उसके कई समर्थक हैं और उसने अंतरराष्ट्रीय बाजारों से हथियार खरीदने की बात भी स्वीकार की। उसने कहा कि अगर उसे कोई पैसे दे तो वह किसी भी जगह पर हथियारों की सप्लाई करने की क्षमता रखता है।
भारत में कई ऑपरेशनों को अंजाम देने की बात स्वीकार करते हुए सलाहुद्दीन ने कहा कि 9/11 के बाद से अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य बदला है। उसने कहा, अगर हम उस वक्त कश्मीर के बाहर अपने ऑपरेशनों को अंजाम देते तो भारत को कश्मीर-ए-तहरीक को एक आतंकी संगठन घोषित करने का मौका मिल जाता। हमारे पास समर्थन है और हम भारत में किसी भी जगह को निशाना बना सकते हैं।
सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के एक दिन बाद पाकिस्तान ने अमेरिका की आलोचना की थी। पाक मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने सलाहुद्दीन का बगैर नाम लिए कहा था कि कश्मीरी अधिकारों का समर्थन करने वाले को आतंकी घोषित करना पूर्ण रूप से अनुचित है।
वहीं वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने से तिलमिलाए सलाहुद्दीन ने कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर को आजाद कराने के लिए अपना संघर्ष जारी रखेगा। सलाहुद्दीन ने कहा, हम जम्मू-कश्मीर को आजाद कराए बिना अपना संघर्ष खत्म नहीं करेंगे।
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