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छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी, 19 जिलों में यलो और 15 में रेड अलर्ट जारी, उफान पर नदियां

बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवातीय दबाव से छत्तीसगढ़ में बीते तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। राज्‍य के 19 जिलों में यलो और 15 में रेड अलर्ट जारी किया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 28 Aug 2020 05:02 PM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2020 05:02 PM (IST)
छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी, 19 जिलों में यलो और 15 में रेड अलर्ट जारी, उफान पर नदियां
छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी, 19 जिलों में यलो और 15 में रेड अलर्ट जारी, उफान पर नदियां

रायपुर, जेएनएन। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवातीय दबाव के असर से छत्तीसगढ़ में बीते तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। सैटेलाइट से मिली तस्‍वीरों से पता चला है कि मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में पूरी तरह आसमान पर घने बादल छाए हुए हैं। यह क्षेत्र अब तेजी के साथ मध्यप्रदेश और कर्व होते हुए झारखंड की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान राज्‍य के 19 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा राज्य के 15 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

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नदियां उफान पर

भारी बारिश के चलते राज्य में अधिकांश नदियां उफान पर हैं और कई जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग भी पूरी तरह से बंद हो गए हैं। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 530 मिमी बारिश हो चुकी है। बिलासपुर संभाग में लगातार दो दिन से हो रही बारिश के चलते महानदी उफान पर है जिससे तटीय इलाकों में बसे कई गांवों में बाढ़ की स्थिति है। बिलासपुर में पिछले 24 घंटे के दौरान 137 मिमी बारिश हुई है। इस साल बिलासपुर में अब तक कुल 1140 मिमी बारिश हो चुकी है जो औसत वार्षिक बारिश से अधिक है। लीलागर नदी का पानी लोगों के घरों में घुस गया है।

सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंच रहे लोग

जांजगीर में पिछले 20 घंटे से लगातार हो रही बारिश से लीलागर नदी उफान पर है और नदी का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। गांवों के लोग अपने जरूरी सामानों और मवेशियों को लेकर घर खाली करते हुए सुरक्षित जगहों पर पहुंच रहे हैं। लगातार हो रही बारिश के चलते कई पेड़ धराशायी हो चुके हैं जिसके चलते शहर में पिछले 12 घंटों से बिजली व्यवस्था ठप है। संभाग के कई ग्रामीण इलाकों में पूरी तरह बाढ़ के हालात हैं। लोगों को अपने घरों को खाली कर सुरक्षित जगहों पर शरण लेना पड़ रहा है। अभी भी संभाग में अधिकांश इलाकों में बारिश हो रही है।

बढ़ा महानदी का जल स्तर

लगातार कई दिनों से हो रही बारिश के चलते महानदी का जलस्तर शिवरीनारायण में लगातार बढ़ रहा है। हसदेव नदी भी लबालब हो गई है। सेमरा सलखन मार्ग में रिंगनी कुकदा के बीच बना कंजी नाला भी डूब गया है जिससे इस मार्ग पर आवागमन बंद है। इधर प्रशासन ने नदी किनारे निचले क्षेत्रों में निवासरत लोगों के लिए अलर्ट जारी करते हुए शिवरीनारायण व चंद्रपुर में होमगार्ड जवान और गोताखोर की ड्यूटी लगा दी है। महानदी के तट से लगे गांवों में कच्चे घरों में रहने वाले लोग जीवन के बुरे दौर से गुजर रहे हैं।

सरगुजा में चल रहीं तेज हवाएं

बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से सक्रिय हुए हवा के कम दबाव के अब उत्तर दिशा में और आगे बढ़ने से पूर्व दिशा की ओर से तेज हवाएं चल रही है। सरगुजा संभाग में लगातार तीन दिनों तक हुई बारिश के बाद ऊपरी इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं। संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में सुबह से करीब 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं के चलने से धान, मक्के और गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचा है। खेतों में फसलें एक ओर झुक गई हैं। फसलों के झुकने से इसके सड़ने की समस्या पैदा हो गई है।  


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