गोयल की विदाई, हर्षवर्धन बने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने डॉ. हर्षवर्धन को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। हर्षवर्धन भाजपा विधायक दल के नेता भी रहेंगे। इससे पहले राजस्थान से राज्यसभा सदस्य चुने जा चुके विजय गोयल का प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया गया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि हर्षवर्धन को लोकसभा चुनाव तक के लिए प्रदेश अध्यक्ष
नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने डॉ. हर्षवर्धन को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। हर्षवर्धन भाजपा विधायक दल के नेता भी रहेंगे। इससे पहले राजस्थान से राज्यसभा सदस्य चुने जा चुके विजय गोयल का प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया गया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि हर्षवर्धन को लोकसभा चुनाव तक के लिए प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। चुनाव के बाद नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा।
इसकी प्रमुख वजह यह बताई जा रही है कि लोस चुनाव के बाद दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू की जाएंगी। उस समय फिर से हर्षवर्धन को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा। साथ ही, नया प्रदेश अध्यक्ष बना कर यह संदेश दिया जाएगा कि एक व्यक्ति दो पदों पर नहीं रह सकता। हालांकि, तब तक हर्षवर्धन भाजपा विधायक दल के नेता बने रहेंगे।
गौरतलब है कि भाजपा में अब तक ऐसा नहीं हुआ है कि विधायक दल का नेता व प्रदेश अध्यक्ष एक ही व्यक्ति हो। इतना ही नहीं, ये दोनों पद एक ही समुदाय के लोगों को भी नहीं दिया जाता। ऐसे में पार्टी की कोशिश है कि तब तक किसी दूसरे वर्ग के नेता की प्रदेश अध्यक्ष के लिए तलाश की जाए। हालांकि पार्टी नेता तो चाहते थे कि लोकसभा चुनाव भी नए अध्यक्ष के नेतृत्व में लड़ा जाए, लेकिन पार्टी आलाकमान इसकी तलाश नहीं कर पाया।
विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से प्रदेश कार्यकारिणी में फेरबदल की बात कही जा रही थी, लेकिन इस काम में दो माह से अधिक का समय लग गया। इतना ही नहीं, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल ने लगभग डेढ़ सप्ताह पूर्व अपना इस्तीफा सौंप दिया था, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पार्टी नेतृत्व हर्षवर्धन के अलावा किसी अन्य नेता को नहीं तलाश पाया।
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन ने निगम नेताओं को नसीहत दी कि वो इस तरह की पारदर्शी व्यवस्था बनाएं कि किसी को निगम की ओर अंगुली उठाने का मौका न मिले। उन्होंने कहा कि जनता अपने मूलभूत कामों के समाधान के लिए उनके पास जाती है। अत: जितनी पारदर्शिता प्रक्रिया में होगी, उतना भ्रष्टाचार कम होगा। डॉ. हर्षवर्धन ने ये बातें निगम उत्तरी के मुख्यालय सिविक सेंटर में राजभाषा अनुभाग द्वारा प्रकाशित 'निगम आलोक' पत्रिका के विमोचन के मौके पर कहीं। हर्षवर्धन इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि पत्रिका के माध्यम से हमें निगम की सोच, गतिविधियों, भविष्य एवं दृष्टिकोण के बारे में जानकारी मिलती है। कार्यक्रम को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता व पूर्व उपमहापौर महेश चंद शर्मा ने भी संबोधित किया।