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भारत में विकसित HAL के लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर ने हिमालय में गर्म और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रायल पूरा किया

हेलीकॉप्टर ने खराब मौसम में भी उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी शानदार क्षमता का प्रदर्शन किया।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 09 Sep 2020 01:42 PM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 01:48 PM (IST)
भारत में विकसित HAL के लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर ने हिमालय में गर्म और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रायल पूरा किया
भारत में विकसित HAL के लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर ने हिमालय में गर्म और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रायल पूरा किया

नई दिल्ली, एजेंसी। डिफेंस पीएसयू की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के स्वदेशी रूप से विकसित लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच) ने हाल ही में हिमालय में लगभग 10 दिनों तक गर्म और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों की स्थिति में भी शानदार क्षमता का प्रदर्शन किया। आरयू माधवन, सीएमडी, एचएएल ने कहा कि एलयूएच का सेना संस्करण अब प्रारंभिक परिचालन मंजूरी के लिए तैयार है। एचएएल के निदेशक (इंजीनियरिंग और आरएंडडी) श्री अरूप चटर्जी के अनुसार, हेलीकॉप्टर और इसकी प्रणालियों का प्रदर्शन संतोषजनक है और उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करता है। सभी नियोजित परीक्षणों का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया।

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विज्ञप्ति में कहा गया कि आईएसए + 320 सी तक के तापमान में लेह (3300 एमएएमएसएल) पर एक व्यापक परीक्षण योजना तैयार की गई जिसमें प्रदर्शन और उड़ान गुण शामिल थे। LUH ने लेह से उड़ान भरी और 5000 MAMSL पर दौलत बेग ओल्डी (DBO) एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (ALG) में अपनी ताकत और हर स्थिति में अच्छे प्रदर्शन के सबूत दिए। हेलीकॉप्टर ने सियाचिन ग्लेशियर में ऊंचाई पर अपनी पेलोड क्षमता का प्रदर्शन दिया। परीक्षणों के दौरान, पायलटों ने हेलीकॉप्टर को अमर और सोनम के उच्चतम हेलीपैड पर उतारा।

फ्लाइट को कम्पोजिट ट्रायल टीम द्वारा किया गया, जिसमें HAL, Wg Cdr (Retd) Unni Pillai, CTP (RW), Wg Cdr (Retd) अनिल भंबानी, Gp Capt (Retd) पुपिन्दर सिंह और Gp कैप्टन V Panwar के साथ जीपी कैप्टन आर दुबे, एसके एलडीआर जोशी (भारतीय वायु सेना से) और लेफ्टिनेंट कर्नल आर ग्रेवाल और लेफ्टिनेंट कर्नल पवन (भारतीय सेना से) पायलट शामिल थे।

वहीं, हाल ही में सरकारी विमान कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने कहा था कि वैश्विक महामारी कोविड--19 के चलते कुछ समय तक विमानों के उत्पादन में बाधा आ सकती है। चूंकि इस संक्रमण के कारण सप्लाई चेन बाधित हो गई है। हालांकि एचएएल ने रक्षा बजट में कटौती को लेकर डर जाहिर करते हुए कहा कि आर्थिक मंदी की आशंका में पूंजी की उपलब्धता में कमी हो सकती है।

कंपनी को उम्मीद है कि सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत उसे आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी। एचएएल के सीएमडी आर. माधवन ने कहा कि कंपनी का कारोबार रक्षा सेवाओं पर केंद्रित है। लंबे समय तक इस वैश्विक महामारी के कारण कारोबार में मांग पर कितना नकारात्मक प्रभाव प़़डेगा फिलहाल इसका आंकलन नहीं किया गया है। राष्ट्र के हित में रक्षा करारों में लंबी अवधि की दरकार होती है।

हालांकि कंपनी पूरी तरह से उच्च तकनीकी से लैस है। फिर चाहे वह तकनीकी हस्तांतरण से जु़ड़े मामले हों या फिर विदेशी मूल के घातक हथियारों या रॉ मैटीरियल की प्रणाली विकसित करना हो। चूंकि इस महामारी के कारण पूरे विश्व में लॉकडाउन लग गया, इसलिए आमतौर पर आपूर्तिकर्ताओं के लिए नकदी संकट का दौर है। बता दें कि मार्च माह से शुरू हुए लॉकडाउन ने देश की आर्थिक गतिविधि को काफी प्रभावित किया है। हर क्षेत्र में उत्पादन गिरा है।


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