हाफिज सईद का सुरक्षा सलाहकार रहा है सज्जाद
रफियाबाद मुठभेड़ के दौरान जिंदा पकड़े गए लश्कर आतंकी सज्जाद अहमद उर्फ उबैदुल्ला की लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद से काफी घनिष्ठता थी। उसके मुताबिक वह हाफिज सईद का सुरक्षा सलाहकार भी रह चुका है। ऊर्दू, पंजाबी और बलोची बोलने में माहिर सज्जाद अहमद ने पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे किए
श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। रफियाबाद मुठभेड़ के दौरान जिंदा पकड़े गए लश्कर आतंकी सज्जाद अहमद उर्फ उबैदुल्ला की लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद से काफी घनिष्ठता थी। उसके मुताबिक वह हाफिज सईद का सुरक्षा सलाहकार भी रह चुका है।
ऊर्दू, पंजाबी और बलोची बोलने में माहिर सज्जाद अहमद ने पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उसने ने दावा किया है कि वह हाफिज सईद और उसके दामाद वलीद से काफी घनिष्ठ रहा है। सज्जाद की अगर बात मानी जाए तो वह हाफिज सईद का सुरक्षा सलाहकार भी रहा है। वह हाफिज सईद के साथ लश्कर के सियालकोट कैंप और लांचिंग पैड पर भी जा चुका है। उसने बताया कि वह लश्कर के ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार करने में भी शामिल रहा है।
सज्जाद के अनुसार, हाफिज सईद नियमित तौर पर मुजफ्फराबाद के छंब और केल इलाके में आता रहा है। मुजफ्फराबाद के कैंप में ट्रेनिंग के दौरान ही उसके नजदीक आया था। सज्जाद के अनुसार, वह पांच अगस्त को ऊधमपुर हमले में जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी नावेद को भी जानता है।
संबंधित सूत्रों ने बताया कि सज्जाद के दावे को आसानी से नहीं नकारा जा सकता, क्योंकि वह वर्ष 2012 से पकड़े जाने तक हर साल लश्कर के किसी न किसी कैंप में मौजूद रहा है। सामान्य तौर पर अगर कोई आतंकी ट्रेनिंग पूरी करता है तो वह अपने घर चला जाता है। उसे तभी वापस बुलाया जाता है, जब उसे जम्मू-कश्मीर में भेजना हो या किसी अन्य काम पर लगाना हो। लेकिन सज्जाद के साथ ऐसा नहीं था, वह हर साल किसी न किसी कैंप में ट्रेनिंग में हिस्सा ले रहा था और उसने खुद भी बतौर इंस्ट्रक्टर लश्कर के कैंपों में काम किया है।