जयपुरः पोते की चाह ने दादी को बना दिया कातिल, मासूम पोती की यूं ली जान
जयपुर में पोता के बजाय पोती होने पर दादी ने उसकी जान ले ली। अपनी दो माह की पोती को पानी के टैंक में डुबोकर मार दिया।
जयपुर [नईदुनिया]। यहां पोते की चाह ने एक मासूम बच्ची की जान ले ली। दादी ने दो माह की पोती को पानी के टैंक में डुबोकर मार दिया। आरोपित महिला की खुद तीन बेटियां हैं। पुलिस ने आरोपित को शनिवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसको जेल भेज दिया।
पुलिस को इस पूरे प्रकरण में शुरू से ही मासूम की दादी विमला देवी पर शक था। आरोपित महिला ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह एक पोता चाहती थी, लेकिन उसके घर पोती ने जन्म लिया, इसलिए उसे मार दिया।
थानाधिकारी दीपक खण्डेलवाल ने बताया कि शादी के बाद से ही आरोपित की अपनी बहू से नहीं बनती थी। आरोपित सास चाहती थी कि पहली संतान पोता ही हो, लेकिन पोती हो गई। इसके बाद दोनों के विवाद और बढ़ गया। उसने बहू को चोरी के झूठे आरोप में फंसाने का प्रयास भी किया, लेकिन सफल नहीं हो पाई।
घटना से तीन-चार दिन पहले से ही आरोपित महिला बच्ची को मारने की साजिश कर रही थी। वह इस मामले में बहू को फंसाना चाहती थी। घटना वाले दिन उसने पोती दृष्टि के साथ सोने का नाटक किया। अपनी बहू गुड्डी को मकान के प्रथम तल पर सफाई करने के लिए भेज दिया।
उसके जाते ही विमला ने दृष्टि का गला दबाने का प्रयास किया, लेकिन पकड़े जाने के डर से उसे घर में बने पानी के टैंक के अंदर डाल दिया और ढक्कन बंद कर दिया। इसके बाद विमला खुद ही अपनी पोती के गायब हो जाने का हल्ला मचा दिया। आसपास की महिलाओं को भी इकट्ठा कर लिया।
विमला देवी ने मासूम को ढूंढ़ने का नाटक भी किया और जब काफी देर तक मासूम का कोई सुराग हाथ नहीं लगा तो लोगों को पानी के टैंक का ढक्कन खोलकर देखने को कहा। जब लोगों ने ढक्कन खोला तो अंदर दृष्टि का शव तैरता हुआ दिखाई दिया।
इसके बाद पुलिस को पूरे प्रकरण की सूचना दी गई। पूछताछ में पड़ोसियों ने पुलिस को सास-बहू के झगड़े के बारे में बताया। जब दादी विमला से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उसे पूछताछ के बाद शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने उसको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।