किसान दिवस पर रक्षामंत्री ने जताई उम्मीद, कहा- पूरी संवेदना के साथ किसानों से बात कर रही है सरकार; जल्द खत्म होगा आंदोलन
हर साल पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के मौके पर 23 दिसंबर को किसान दिवस के मौके पर किसान दिवस मनाई जाती है। इस अवसर पर रक्षामंत्री ने जारी किसानों के आंदोलन को खत्म होने की उम्मीद जताई है।
नई दिल्ली, एएनआइ। किसान दिवस (Farmers' Day) के मौके पर बुधवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कहा कि केंद्र पूरी संवेदनशीलता के साथ आंदोलन कर रहे किसानों से बात कर रहे हैं। साथ ही रक्षामंत्री ने उम्मीद जताई की जल्द ही यह आंदोलन खत्म हो जाएगा। कृषि कानूनों में बदलाव के विरोध में जारी किसानों का आंदोलन 28वें दिन बुधवार को भी जारी है। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर बताया, 'किसान दिवस के मौके पर आज मैं देश के सभी कंट्रीब्यूटर्स का अभिवादन करता हूं। उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा मुहैया कराया।
कुछ किसानों ने कृषि कानूनों के लिए आंदोलन किया है। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बात कर रही है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही वे अपने आंदोलन को वापस ले लेंगे।' सिलसिलेवार ट्वीट में रक्षा मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Prime Minister Chaudhary Charan Singh) को उनकी जयंती पर याद किया। उन्होंने आगे कहा, 'चौधरी चरण सिंह चाहते थे कि देश के किसानों की आय बढ़े उनकी फसलों की वाजिब कीमत उन्हें मिले और किसानों का सम्मान सुरक्षित होना चाहिए। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने उनसे प्रेरणा लिया है और किसानों के हित में कई कदम भी उठाए। वे किसी भी हालत में किसानों को परेशान नहीं करना चाहते हैं।'
हर साल 23 दिसंबर को किसान दिवस मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि सोमवार से किसानों ने 24 घंटा लंबा भूख हड़ताल शुरू कर दिया। इसके तहत हर दिन 11 किसान भूख हड़ताल करेंगे। किसान दिवस पर किसानों को समर्थन जताने के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने लोगों से खाना छोड़ने की अपील की थी। सरकार के साथ कई दौर की वार्ता रद होने के बाद भी दिल्ली एनसीआर की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। 26 नवंबर से यह आंदोलन जारी है।
रक्षामंत्री ने 1981 के फ्लू का जिक्र किया और कहा कि इसीलिए प्रधानमंत्री के ध्येय वाक्य ‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं’ के मंत्र को हर व्यक्ति को अपनाना चाहिए। वर्ष 2020 की यह जंग इसलिए भी अनोखी है क्योंकि इसमें दुश्मन दिखता नहीं है। चिकित्सकों की मेहनत से कोरोना से जंग जीतने में कामयाब रहे हैं।