25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच बुक किया है एयरलाइन टिकट तो मिलेगा पूरा रिफंड
सभी सीईओ ने अपने स्थानों से वीडियो के जरिए MoCA के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए थे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली।कोरोना लॉकडाउन अवधि के दौरान विभिन्न एयरलाइनों में टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को उनका पूरा पैसा वापस मिलेगा। सरकार ने एयरलाइनों को इसके निर्देश दिए हैं।निर्देश के मुताबिक एयरलाइने लॉकडाउन के दौरान डोमेस्टिक तथा इंटरनेशनल दोनो प्रकार की विमान यात्राओं का टिकट बुक कराने वाले ग्राहकों को दो श्रेणियों में बांटते हुए उन्हें रिफंड प्रदान करेंगी।
पहली श्रेणी में वे यात्री आएंगे जिन्होंने लॉकडाउन की पहली अवधि (25 मार्च-14 अप्रैल) के दौरान इसी अवधि की यात्राओं के लिए बुकिंग कराई हो और जिनका पैसा एयरलाइन को इसी अवधि के दौरान प्राप्त हो गया हो और उड़ाने रद होने के बाद यात्री द्वारा रिफंड की मांग की जा रही हो। ऐसे सभी मामलों में एयरलाइन यात्री को पूरा पैसा रिफंड करेगी और किसी तरह का कैंसिलेशन चार्ज वसूल नहीं करेगी। रिफंड रिफंड के आवेदन के तीन सप्ताह के भीतर देना होगा।
दूसरी श्रेणी में वे यात्री आएंगे जिसमें बुकिंग प्रथम लॉकडाउन अवधि (25 मार्च-14 अप्रैल) के दौरान दूसरी लॉकडाउन अवधि (15 अप्रैल-3 मई) की यात्राओं के लिए की गई हो और उड़ाने रद होने के कारण यात्री द्वारा रिफंड की मांग की गई हो। ऐसे सभी मामलों में भी एयरलाइन को बिना कैंसिलेशन चार्ज काटे पूरा पैसा तीन सप्ताह के भीतर लौटाना होगा।
बीती 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 14 अप्रैल तक के लिए प्रथम चरण के लॉकडाउन की घोषणा किए जाने तथा उसी दिन आधी रात से सभी तरह की उड़ानों पर पाबंदी लगाए जाने के बावजूद एयर इंडिया को छोड़ बाकी एयरलाइने उड़ानों के लिए बुकिंग कर रही थीं। यहां तक कि 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री द्वारा दूसरे चरण के तहत लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ाए जाने के बाद भी एयरलाइनों ने बुकिंग बंद नहीं की थी। जबकि रेलवे ने बुकिंग चालू रखने की शुरुआती गलती को सुधारते हुए न केवल 14 अप्रैल से 3 मई तक सभी ट्रेनो का संचालन रद करने के साथ 3 मई तक सभी ट्रेनों में बुकिंग पूरी तरह बंद करने, बल्कि पहले हो चुकी सारी बुकिंग का पूरा किराया रिफंड करने का ऐलान भी कर दिया था।
रेलवे के इस ऐलान के बाद उड़ानों की बुकिंग करा चुके हजारों यात्रियों ने भी एयरलाइनों से पैसे वापस करने की मांग करना शुरू कर दिया था। परंतु एयरलाइने रिफंड देने के बजाय उन्हें आगे की यात्रा का लॉलीपॉप पकड़ा रही थीं। एयरलाइनो के इस रवैये के खिलाफ हजारों लोग ट्वीट कर विमानन मंत्रालय से शिकायत कर रहे थे और एयरलाइनों को रिफंड के बारे में निर्देश दिए जाने के लिए विमानन मंत्रालय पर दबाव बना रहे थे।
इसे देखते हुए नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के निर्देश पर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने बुधवार को मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभिन्न प्राइवेट एयरलाइनों के कार्यकारी अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की और उन्हें सरकार की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा देते हुए यात्रियों का पैसा वापस करने के लिए समझाया। उसी बैठक के आधार पर बृहस्पतिवार को मंत्रालय ने एयरलाइनों के लिए बाकायदा लिखित निर्देश जारी कर दिए।
कोरोना लॉकडाउन फेज-2 में भी पूरे देश में तीन मई तक ट्रेन, प्लेन, बस, अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट और मेट्रो सेवा पर रोक है। सभी एयरलाइन ने भी टिकट कैंसल किया है हालांकि वह रिफंड नहीं कर रही है। इसके बदले वह क्रेडिट दे रही है। नागर विमान मंत्रालय ने रिफंड को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया है। ताजा जानकारी के मुताबिक अगर किसी पैसेंजर ने 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच टिकट बुक किया होगा तो एयरलाइन पूरा अमाउंट रिफंड करेगी। नागर विमान मंत्रालय ने कैंसल रिक्वेस्ट डालने के तीन सप्ताह के भीतर रिफंड करने का निर्देश जारी किया है।
क्रेडिट रिफंड को लेकर लगातार शिकायत
दरअसल कई लोगों ने सोशल मीडिया पर शिकायत की थी कि घरेलू एयरलाइन लॉकडाउन के कारण रद्द हुए टिकटों का रिफंड नकद में नहीं दे रहीं और इसके बजाए क्रेडिट के रूप में दे रही हैं जिनका इस्तेमाल आगे की यात्राओं के लिए किया जा सकता है।