सरकार ने कहा सभी की पहुंच से बाहर है चुनावी बांड सीरियल नंबर
जालसाजी रोकने के लिए सुरक्षा फीचर का हिस्सा है नंबर लेकिन इस नंबर तक सरकार सहित किसी के लिए भी पहुंच संभव नहीं है।
नई दिल्ली, प्रेट्र : सरकार ने कहा है कि राजनीतिक चंदा देने में इस्तेमाल होने वाले चुनावी बांड पर सीरियल नंबर दिया गया है। यह नंबर जालसाजी रोकने के लिए सुरक्षा फीचर का हिस्सा है। लेकिन इस नंबर तक सरकार सहित किसी के लिए भी पहुंच संभव नहीं है।
दान करने वालों की गोपनीयता बनाए रखने का उल्लेख करते हुए वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि अनियमित सीरियल नंबर को खुली आंख से देखना संभव नहीं होगा। इस नंबर को जारी करने वाला बैंक, सेबी भी नोट नहीं करेगा। चुनावी चंदे को स्वच्छ करने के प्रयास के तहत सरकार ने जनवरी में चुनावी बांड पेश किया था। ऐसे बांड स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की कुछ चुनी हुई शाखाओं से खरीदे जा सकेंगे। इनका इस्तेमाल राजनीतिक दल को दान करने के लिए किया जा सकता है। धारक प्रपत्र पर भुगतान करने वाले का नाम नहीं होगा और यह किसी भी राशि के लिए खरीदा जा सकेगा। यह 1000, 10,000, एक लाख, 10 लाख या एक करोड़ रुपये का बांड खरीदा जा सकता है।
बांड खरीदने वाले को केवल केवाईसी भरना होगा और बैंक खाते से भुगतान करना होगा। बांड पर भुगतान करने वाले का नाम या अन्य कोई ब्योरा नहीं होगा जिससे उसकी पहचान की जा सके। इसके साथ ही बांड जमा करने वाले राजनीतिक दल का ब्योरा भी नहीं होगा। ये बांड केवल 15 दिनों तक अस्तित्व में रहेंगे जिसके दौरान किसी पंजीकृत राजनीतिक दल को दान दिया जा सकेगा। प्राप्तकर्ता राजनीतिक दल केवल किसी मान्य बैंक खाते से इसका भुगतान करा सकेगा।