Move to Jagran APP

सरकार ने की कोरोना के तैयारियों की समीक्षा, राज्यों को टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का दिया निर्देश

कैबिनेट सचिव ने साफ कर दिया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इसके फैलने से रोकना और मरीजों का बेहतर इलाज कर उन्हें स्वस्थ्य करना दो अहम पहलू है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 10 May 2020 07:49 PM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 07:54 PM (IST)
सरकार ने की कोरोना के तैयारियों की समीक्षा, राज्यों को टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का दिया निर्देश
सरकार ने की कोरोना के तैयारियों की समीक्षा, राज्यों को टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का दिया निर्देश

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी राज्यों को कोरोना के मरीजों को इलाज की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने और टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने को कहा है। देश में इस समय हर दिन कोरोना का 80 हजार से अधिक टेस्ट हो रहा है। लेकिन देश की बड़ी आबादी और कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसमें और भी इजाफा करने की जरूरत है। पश्चिम बंगाल और तेलंगाना जैसे कुछ राज्यों पर जरूरत के मुताबिक टेस्ट नहीं करने का आरोप लगता रहा है।

loksabha election banner

कैबिनेट सचिव ने साफ कर दिया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इसके फैलने से रोकना और मरीजों का बेहतर इलाज कर उन्हें स्वस्थ्य करना दो अहम पहलू है। कोरोना के वायरस के फैलने से रोकने के लिए इससे संक्रमित व्यक्तियों की पहचान और उन्हें तत्काल क्वारेंटाइन करना जरूरी है। कोरोना के संक्रमित व्यक्तियों की पहचान सिर्फ और सिर्फ टेस्ट से ही पता चल सकता है। टेस्ट कम होने से भले ही फिलहाल मरीजों की संख्या कम दिखे, लेकिन आने वाले समय में यह विस्फोटक रूप धारण कर सकता है।

हेल्थ केयर और अस्पतालों को बनाने का चल रहा है काम

राज्यों के मुख्य सचिवों ने कैबिनेट सचिव को बताया कि मरीजों के बेहतर इलाज के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक कोविड केयर, कोबिड हेल्थ केयर और कोबिड अस्पतालों को बनाने का काम चल रहा है। अभी तक 483 जिलों में 7740 कोबिड के इलाज से जुड़ी सुविधाओं का विकास किया जा चुका है। इनमें 6,56,769 आइसोलेशन बेड हैं, जहां कोरोना प्रभावित इलाकों से आने वाले लोगों को 14 दिन के लिए रखने की सुविधा है।

तीन लाख से ज्यादा बेड किए गए तैयार

इसी तरह 3,51,206 बेड ऐसे हैं, जहां कोरोना के उन संदिग्धों का रखने की व्यवस्था है, जिनका कोरोना टेस्ट का रिजल्ट आना है। इसके अलावा 3,05,567 बेड ऐसे तैयार किये गए हैं, जहां कोरोना के पॉजिटिव पाए गए बिना लक्षण या सामान्य लक्षण वाले मरीजों को रखा जाएगा। देश में 91 फीसदी कोरोना के मरीज इसी श्रेणी में है। 99,494 बेड आक्सीजन की सुविधाओं के साथ तैयार किये गए हैं और 34,076 बेड वेटिंलेटर के साथ आइसीयू की है।

देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 41472 

देश में इस समय कोरोना के कुल 62939 मरीज पाए गए हैं, इनमें एक्टिव मरीजों की संख्या 41472 हैं। जाहिर है कोरोना के मरीजों के लिए तैयार सुविधाएं बड़ी संख्या में मरीजों के इलाज के लिए भी पर्याप्त है और जरूरत पड़ने पर इसमें और भी इजाफा किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिना लक्षण या सामान्य लक्षण वाले मरीजों के घर पर ही इलाज के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी है। जाहिर है अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ने की आशंका नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.