दिल्ली-आगरा के बीच बनेगा नया एक्सप्रेसवे
यमुना एक्सप्रेसवे के खराब डिजाइन के कारण आए दिन होने वाले हादसों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने दिल्ली-आगरा के बीच एनएच-2 पर नया एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय किया है। इसके अलावा दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, कोलकाता, चेन्नई जैसे प्रमुख नगरों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात का दबाव कम करने
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। यमुना एक्सप्रेसवे के खराब डिजाइन के कारण आए दिन होने वाले हादसों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने दिल्ली-आगरा के बीच एनएच-2 पर नया एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय किया है। इसके अलावा दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, कोलकाता, चेन्नई जैसे प्रमुख नगरों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात का दबाव कम करने के लिए केंद्र सरकार छह नए एक्सप्रेसवे बनाएगी।
दिल्ली व आगरा के बीच एनएच-2 पर बनने वाला नया एक्सप्रेसवे 200 किलोमीटर लंबा होगा। यह मौजूदा यमुना एक्सप्रेसवे से अलग होगा, जिसका निर्माण उत्तर प्रदेश सरकार ने जेपी समूह के साथ मिलकर किया है। अधिक दुर्घटनाओं के कारण यह एक्सप्रेसवे शुरू से ही विवादों में है। यातायात नियमन के तमाम प्रयासों के बावजूद इस पर हादसों को थामा नहीं जा सका है। माना जाता है कि इसमें डिजाइन की कुछ खामियां हैं लेकिन खर्चीला होने के कारण इस पर कोई आगे नहीं बढ़ना चाहता।
जो छह अन्य एक्सप्रेसवे बनने हैं उनमें एनएच-1 के साथ 249 किलोमीटर लंबा दिल्ली-चंडीगढ़ एक्सप्रेसवे, एनएच-8 के साथ 261 किलोमीटर लंबा दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे, एनएच-2 के साथ कोलकाता-धनबाद एक्सप्रेस वे, एनएच-4 पर 334 किलोमीटर लंबा बंगलूर-चेन्नई एक्सप्रेसवे, एनएच-24 पर 66 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे तथा एकदम नए एलाइनमेंट पर बनने वाला 400 किलोमीटर लंबा वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे शामिल है। इन सभी एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई एक हजार किलोमीटर होगी। इन पर 16,680 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।