आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ ऑनलाइन जागरूकता सत्र आयोजित कर रही सरकार
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने डिजिटल प्लेटफॉर्मो का उपयोग करके आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ जागरूकता सत्रों की एक श्रृंखला शुरू की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। महिला और बाल विकास मंत्रालय 21 दिन का लॉकडाउन खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ ऑनलाइन जागरूकता सत्र आयोजित कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि जागरूकता सत्रों के माध्यम से मंत्रालय दो लाख से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तक पहुंच गया है। महिला और बाल विकास मंत्रालय ने डिजिटल प्लेटफॉर्मो का उपयोग करके आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ जागरूकता सत्रों की एक श्रृंखला शुरू की है, ताकि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी उन्हें कोविड-19 से खुद को सुरक्षित रखने के उपायों की जानकारी रहे। सरकार इस मामले में स्वास्थ्य विशेषज्ञों के संपर्क में है।
सूत्रों ने कहा कि 15 अप्रैल के बाद भी गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रविवार को जागरूकता सत्र के दौरान महिलाओं और बच्चों से कोरोना वायरस का परिचय और निवारक उपायों के अलावा सामाजिक-मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर चर्चा की गई।
इस बीच, घरेलू हिंसा पीड़ितों की मदद करने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग ने 15 से अधिक गैरसरकारी संगठनों का टास्क फोर्स बनाने का फैसला किया है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने हाल ही में कहा था कि लॉकडाउन के बाद से उसे महिलाओं के खिलाफ विभिन्न अपराधों से संबंधित कुल 257 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें घरेलू हिंसा की 69 शिकायतें हैं।