वैक्सीन डिप्लोमेसी का कमाल, श्रीलंका ने भी दी कोविशील्ड को मंजूरी, राष्ट्रपति राजपक्षे बोले- भारत से जल्द मिलेगा टीका
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शनिवार को बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि उन्हें अगले हफ्ते निशुल्क कोविड-19 वैक्सीन की खेप भारत से मिलेगी। श्रीलंका ने एक दिन पहले ही कोविड वैक्सीन कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी है।
कोलंबो, पीटीआइ। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शनिवार को बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि उन्हें अगले हफ्ते नि:शुल्क कोविड-19 वैक्सीन की खेप भारत से मिलेगी। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक अभी एक दिन पहले ही श्रीलंका ने ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनका के टीके कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी है। राजपक्षे ने कहा कि हमें भारत से वैक्सीन की खेप के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उनका कहना है कि वह रूस और चीन से भी कोविड-19 वैक्सीन की खरीद करेंगे।
भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी ने पकड़ी रफ्तार
उल्लेखनीय है कि भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी ने और रफ्तार पकड़ ली है। भारत पड़ोस प्रथम की नीति के तहत मित्र राष्ट्रों को कोविड वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है। अभी तक भूटान, मालदीव, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार ब्राजील और सेशेल्स को वैक्सीन की पहली खेप भेजी गई है। पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान को अभी तक वैक्सीन की आपूर्ति नहीं की गई थी। शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता (MEA Spokesperson) अनुराग श्रीवास्तव (Anurag Srivastava) ने कहा था कि पाकिस्तान से इस बारे में कोई गुजारिश नहीं आई है।
वैक्सीन की सप्लाई का रास्ता साफ
श्रीवास्तव (Anurag Srivastava) ने कहा था कि श्रीलंका और अफगानिस्तान को वैक्सीन की आपूर्ति तब की जाएगी जब दोनों देशों के दवा नियामक भारत में बने टीकों के इस्तेमाल की मंजूरी देंगे। इसके बाद श्रीलंका की नियामक एजेंसी की ओर से भी कोविशील्ड के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई। इसके बाद श्रीलंका में भारत के उच्चायोग ने ट्वीट कर कोविशील्ड को मंजूरी मिलने का स्वागत करते हुए कहा था कि अब श्रीलंका को वैक्सीन की सप्लाई का रास्ता साफ हो गया है।
भारत ने पूरे विश्व में सिद्ध की आत्मनिर्भरता
गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच भारत ने देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन का व्यापक पैमाने पर उत्पादन शुरू कर पूरे विश्व में आत्मनिर्भरता सिद्ध की है। भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि भारत वैक्सीन उत्पादन का वैश्विक केंद्र बनकर उभरा है। कई देशों ने यहां से कोविड वैक्सीन खरीदने की इच्छा जताई है। सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, ब्राजील और मोरक्को जैसे देशों से भी वैक्सीन के व्यापारिक समझौते हुए हैं।
अमेरिका भी हुआ मुरीद
अमेरिका ने भी भारत की तारीफ करते हुए कहा है कि भारत ने सिद्ध कर दिया है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सच्चा मित्र है। भारत की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दक्षिण एवं सेंट्रल एशिया ब्यूरो ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का काम बेहद प्रशंसनीय है। वहीं अमेरिकी संसद की विदेशी मामलों की समिति के चेयरमैन ग्रेगरी मीक्स ने कहा कि भारत ने कोरोना महामारी के बीच पड़ोसी देशों को नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराकर महामारी को हराने का रास्ता साफ किया है।