गूगल न्यूज शोकेस में चार और भारतीय भाषाएं जोड़ी गईं, जानें किन लैंग्वेज को मिली जगह
गूगल ने गुरुवार को एलान किया कि वह गूगल समाचार और डिस्कवर के प्रति समर्पित समाचार शोकेस पैनल में चार भारतीय भाषाओं के लिए सपोर्ट जोड़ रहा है। अंग्रेजी हिंदी के अलावा इन चार भाषाओं में कन्नड़ मराठी तमिल और तेलुगु शामिल है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। टेक दिग्गज गूगल ने गुरुवार को एलान किया कि वह गूगल समाचार और डिस्कवर के प्रति समर्पित समाचार शोकेस पैनल में चार भारतीय भाषाओं के लिए सपोर्ट जोड़ रहा है। अंग्रेजी, हिंदी के अलावा इन चार भाषाओं में कन्नड़, मराठी, तमिल और तेलुगु शामिल है।
गूगल की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मई महीने में भारत में समाचार संगठनों और पाठकों की सहूलियत के लिए गूगल समाचार शोकेस के विस्तार की घोषणा की गई थी। इसके साथ ही हमने अपने ऑनलाइन अनुभव और लाइसेंसिंग कार्यक्रम के विस्तार का भी एलान किया था। अब तक इन नई भाषाओं और नए भागीदारों के साथ हमने 50 से अधिक को ऑनबोर्ड किया है। इनमें 70 से अधिक प्रकाशनों का प्रतिनिधित्व करने वाले भागीदार हैं।
कंपनी यूजर्स को चुनिंदा पेवॉल्ड स्टोरीज को मुफ्त में प्रदान करने के लिए कई न्यूज शोकेस भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रही है। यह सुविधा यूजर्स को उस सामग्री को जानने का मौका उपलब्ध कराती है जिस तक उनकी पहुंच नहीं हो सकती है।
गूगल ने अपने बयान में कहा है कि न्यूज पार्टनरशिप और गूगल न्यूज शोकेस (Google News Showcase) के लिए अगले तीन वर्षों में एक अरब डॉलर का निवेश होना है जिससे प्रकाशनों को नए तरीकों से यूजर्स को आवश्यक जानकारी मुहैया कराने में मदद मिलेगी।
गूगल ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि एक संपन्न लोकतंत्र के सभी घटकों के लिए भरोसेमंद जानकारी तक पहुंच होना बेहद महत्वपूर्ण है। हमने वर्षों से गुणवत्तापूर्ण पत्रकारिता तक पाठकों की निरंतर पहुंच बनाने में मदद की है। हमने समाचार संगठनों की स्थिरता में योगदान देने के साथ ही उभरते समाचार व्यवसाय माडल का समर्थन करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। यही नहीं हमनें न्यूज रूम को पाठकों से जोड़ने के लिए भी लगातार कोशिशें की हैं।
मालूम हो कि समाचार शोकेस पैनल प्रकाशकों को संदर्भ और अतिरिक्त स्टोरीज के लिंक के साथ महत्वपूर्ण समाचारों को बताने की सहूलियत देते हैं। पैनल में ब्रांडिंग पहचानने योग्य फीचर्स होते हैं ताकि यूजर्स विश्वसनीय समाचार संगठनों को आसानी से ढूंढ और पहचान सकें।